Bihar Sarkari Naukri:बिहार सरकार ने राज्य की स्वास्थ्य व्यवस्था को सशक्त और समावेशी बनाने के लिए बड़ा कदम उठाया है। स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय ने शनिवार को राजधानी पटना के अधिवेशन भवन में आयोजित एक कार्यक्रम के दौरान जानकारी दी कि स्वास्थ्य विभाग में कुल 41,000 पदों पर नियुक्ति की प्रक्रिया जल्द शुरू होने वाली है। यह कदम आगामी बिहार विधानसभा चुनावों से पहले सरकार की एक बड़ी प्रशासनिक पहल के रूप में देखा जा रहा है।
288 विशेषज्ञ डॉक्टरों को दिए गए नियुक्ति पत्र
कार्यक्रम के दौरान 288 विशेषज्ञ डॉक्टरों को औपचारिक रूप से नियुक्ति पत्र सौंपे गए। इन डॉक्टरों की तैनाती राज्य के विभिन्न अस्पतालों और स्वास्थ्य केंद्रों में की जाएगी, जिससे मरीजों को बेहतर और विशेषज्ञ चिकित्सा सेवा का लाभ मिल सकेगा।
जल्द होगी 722 सामान्य चिकित्सकों की नियुक्ति
स्वास्थ्य मंत्री ने जानकारी दी कि सरकार द्वारा 722 सामान्य चिकित्सकों की भर्ती प्रक्रिया भी तेजी से की जा रही है, जो अगले 15 दिनों में पूरी कर ली जाएगी। इससे प्राथमिक और सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों पर डॉक्टरों की उपलब्धता बढ़ेगी, जिससे ग्रामीण क्षेत्रों में स्वास्थ्य सेवाएं बेहतर होंगी।
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8500 डॉक्टरों की बहाली प्रक्रिया भी जारी
मंत्री मंगल पांडेय ने यह भी बताया कि राज्य में कुल 8500 चिकित्सकों की बहाली की प्रक्रिया चल रही है, जो आने वाले तीन महीनों में पूरी की जाएगी। इस बहाली से राज्य में लंबे समय से डॉक्टरों की कमी की समस्या काफी हद तक हल हो जाएगी। राज्य के सभी जिलों और ब्लॉकों में स्वास्थ्य सुविधाएं सुदृढ़ की जाएंगी।
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आयुष्मान कार्ड बनवाने में भी बिहार आगे
मंत्री ने यह भी बताया कि अब तक राज्य में 17 लाख से अधिक आयुष्मान भारत कार्ड बनाए जा चुके हैं, जिससे लोगों को नि:शुल्क इलाज की सुविधा मिल रही है। यह पहल गरीब और निम्न आय वर्ग के लोगों के लिए बेहद लाभकारी साबित हो रही है।
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स्वास्थ्य क्षेत्र में बड़ा बदलाव लाने की तैयारी
बिहार सरकार के इस भर्ती अभियान को आने वाले चुनावों से पहले राजनीतिक रूप से अहम माना जा रहा है, लेकिन इसका सकारात्मक प्रभाव जनता की जीवनशैली और स्वास्थ्य सेवाओं पर सीधा पड़ने वाला है। इतनी बड़ी संख्या में नियुक्तियों से जहां स्वास्थ्य केंद्रों में स्टाफ की कमी दूर होगी, वहीं युवाओं के लिए रोजगार के नए अवसर भी सृजित होंगे।

