Bihar Politics: बिहार में कांग्रेस का बड़ा सियासी दांव… पटना में पहली बार होगी CWC की बैठक

Mona Jha
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Bihar Politics: बिहार की राजनीति में हलचल मचाने वाला ऐतिहासिक पल अब सामने है। आजादी के बाद पहली बार कांग्रेस वर्किंग कमेटी (CWC) की बैठक बिहार की राजधानी पटना में 24 सितंबर को होने जा रही है। इस बैठक को न केवल कांग्रेस के संगठनात्मक दृष्टिकोण से बल्कि आगामी बिहार विधानसभा चुनाव के लिहाज से भी बेहद महत्वपूर्ण माना जा रहा है।इस बार की CWC बैठक सदाकत आश्रम, पटना में आयोजित की जाएगी, जिसमें कांग्रेस के दिग्गज नेता सोनिया गांधी, मल्लिकार्जुन खरगे, राहुल गांधी और केसी वेणुगोपाल समेत तमाम वरिष्ठ नेता हिस्सा लेंगे। इस बैठक में पार्टी की चुनावी रणनीति, उम्मीदवारों के चयन, गठबंधन की दिशा और संगठन की मजबूती जैसे मुद्दों पर चर्चा होगी।

चुनावी रणनीति और गठबंधन पर गहन मंथन

बिहार में वर्ष 2025 के विधानसभा चुनाव नजदीक हैं, ऐसे में कांग्रेस ने राज्य में अपनी राजनीतिक जमीन फिर से तैयार करने की दिशा में यह बड़ा कदम उठाया है। पार्टी का उद्देश्य इस बैठक के माध्यम से यह संकेत देना है कि वह अब बिहार को हल्के में नहीं ले रही।पिछले कुछ दशकों में कांग्रेस का बिहार में जनाधार लगातार कम हुआ है। वर्ष 2015 में महागठबंधन के साथ लड़कर कुछ सफलता जरूर मिली, लेकिन 2020 के विधानसभा चुनावों में पार्टी को उम्मीद से काफी कम सीटें मिलीं। इसके बाद पार्टी की रणनीति और संगठनात्मक मजबूती पर सवाल खड़े हुए।अब पटना में होने वाली CWC की बैठक कांग्रेस के लिए राज्य स्तर पर संगठन को सशक्त करने और कार्यकर्ताओं में नई ऊर्जा भरने का अवसर होगी। इसके साथ ही पार्टी की कोशिश होगी कि वह गठबंधन के मुद्दों पर स्पष्ट और ठोस नीति तय करे।

दिग्गज नेताओं की मौजूदगी से बढ़ेगा कार्यकर्ताओं का मनोबल

इस ऐतिहासिक बैठक में देश भर से कांग्रेस के दिग्गज नेता शामिल होंगे। राज्यों के मुख्यमंत्री, पूर्व मुख्यमंत्री, वरिष्ठ संगठन पदाधिकारी, रणनीतिकार, सभी की उपस्थिति से यह बैठक भव्य और प्रभावशाली होने जा रही है।बिहार कांग्रेस इसे एक ऐतिहासिक अवसर के रूप में देख रही है। प्रदेश नेतृत्व का मानना है कि इस सम्मेलन से पार्टी को नई दिशा मिलेगी और कार्यकर्ताओं को संगठन से जोड़ने में मजबूती मिलेगी।

 राजनीतिक संदेश और विपक्ष को चुनौती

CWC की यह बैठक केवल कांग्रेस के लिए ही नहीं बल्कि राजनीतिक रूप से भी एक बड़ा संदेश है। यह बैठक विपक्षी दलों को स्पष्ट कर देगी कि कांग्रेस आगामी विधानसभा चुनावों में पूरी तैयारी और संजीदगी के साथ मैदान में उतरने जा रही है।इस बैठक के माध्यम से पार्टी न केवल अपने अंदरूनी मुद्दों पर चर्चा करेगी बल्कि बिहार की जनता के सामने अपनी रणनीति और विज़न भी प्रस्तुत करेगी। यह कांग्रेस के लिए राज्य में पुनरुद्धार की दिशा में निर्णायक कदम साबित हो सकता है।
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