Bihar Politics: बिहार की राजनीति में ‘इंजीनियर 2.0’ की एंट्री तय? पटना में जदयू कार्यालय के बाहर लगे पोस्टर से मची हलचल

Aanchal Singh
Bihar Politics
Bihar Politics

Bihar Politics: बिहार में विधानसभा चुनाव 2025 की सरगर्मियों के बीच सियासी हलचल तेज होती जा रही है. इस बार चर्चा में हैं मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के बेटे निशांत कुमार, जिन्हें राजनीति में लाने की मांग जोर पकड़ रही है. पटना स्थित जदयू कार्यालय के बाहर शुक्रवार सुबह अचानक कई बड़े-बड़े होर्डिंग्स नजर आए, जिन पर लिखा था – “कार्यकर्ताओं की मांग, चुनाव लड़ें निशांत!”इन पोस्टर्स ने प्रदेश की राजनीति में नई बहस को जन्म दे दिया है.

Read More: Bihar News: बिहार के पत्रकारों को नीतीश सरकार की सौगात, पेंशन में तीन गुना बढ़ोतरी, अब मिलेगी ₹15,000 महीना

कार्यकर्ताओं की सार्वजनिक अपील

इन होर्डिंग्स को लेकर यह स्पष्ट किया गया है कि उन्हें जदयू कार्यकर्ताओं ने ही लगाया है. कार्यकर्ताओं का कहना है कि निशांत कुमार, जो पेशे से इंजीनियर हैं, अपने पिता नीतीश कुमार की तरह ही एक कुशल नेतृत्व प्रदान कर सकते हैं. एक कार्यकर्ता ने मीडिया से कहा, “बिहार को कोई इंजीनियर ही चला सकता है, न कि नौवीं फेल. जैसे नीतीश जी ने बीस वर्षों तक बिहार को संवारा, वैसे ही निशांत भी राज्य का नेतृत्व कर सकते हैं।”इस बयान के साथ ही एक बार फिर जदयू में नेतृत्व परिवर्तन की अटकलें तेज हो गई हैं.

निशांत कुमार ने अब तक रखा राजनीति से फासला

निशांत कुमार ने अब तक सार्वजनिक जीवन से दूरी बनाए रखी है और राजनीति में उनकी कोई सक्रिय भूमिका नहीं रही है. वे एक शांत और निजी जीवन जीते आए हैं. हालांकि, जदयू के भीतर पिछले कुछ वर्षों से यह चर्चा लगातार चलती रही है कि उन्हें पार्टी में बड़ी भूमिका देनी चाहिए.राजनीतिक जानकार मानते हैं कि यह एक रणनीतिक प्रयास हो सकता है ताकि भविष्य में नेतृत्व परिवर्तन की जमीन तैयार की जा सके.

पार्टी की चुप्पी बनी रहस्य, लेकिन बहस शुरू

अब तक जदयू की ओर से निशांत कुमार की राजनीति में एंट्री को लेकर कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है. लेकिन कार्यकर्ताओं द्वारा की गई यह पहल कहीं न कहीं पार्टी के अंदर चल रहे मंथन को सतह पर लाने का संकेत दे रही है. राजनीतिक विश्लेषकों का कहना है कि यह पोस्टर अभियान सिर्फ एक इत्तेफाक नहीं, बल्कि सोची-समझी रणनीति का हिस्सा हो सकता है.

बिहार की राजनीति में नया अध्याय?

अब सवाल उठने लगे हैं कि क्या निशांत कुमार वाकई बिहार की राजनीति में कदम रखेंगे? क्या जदयू अपने अगले नेता की रूपरेखा तैयार कर रही है? पटना की दीवारों पर उभरे ये पोस्टर केवल कार्यकर्ताओं की भावना नहीं, बल्कि बिहार की राजनीति में संभावित बदलाव की दस्तक भी हो सकते हैं.क्या ‘इंजीनियर 2.0’ की एंट्री से बिहार की सियासत का अगला अध्याय शुरू होने वाला है? जवाब आने वाला समय देगा

Read More: Bihar Monsoon Session 2025: विधान परिषद बना जंग का मैदान! नीतीश कुमार ने विपक्ष को सुनाई खरी-खोटी, राबड़ी देवी ने किया पलटवार

Share This Article

अपना शहर चुनें

Exit mobile version