Bihar Politics: राबड़ी देवी के भाई और पूर्व सांसद सुभाष यादव ने लालू परिवार के अंदर चल रही कलह के बीच मीडिया से बातचीत में कई गंभीर आरोप लगाए। उन्होंने तेजस्वी यादव और संजय यादव के खिलाफ तीखी टिप्पणी की और परिवार के आंतरिक विवादों के बारे में खुलकर अपनी राय दी। सुभाष यादव ने कहा कि यह सभी झगड़े “घमंड” की वजह से हो रहे हैं और उन्होंने परिवार के भीतर हो रही घटनाओं पर चिंता जताई।
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Bihar Politics: संजय यादव पर आरोप
सुभाष यादव ने संजय यादव को लेकर बड़ा आरोप लगाते हुए कहा, “संजय यादव नौकर है। वह केवल एक लाख रुपये महीने की नौकरी के लिए पार्टी में आया था। वह न तो पार्टी कार्यकर्ता था, न ही किसी बड़े कार्य का हिस्सा।” सुभाष यादव का कहना था कि संजय यादव ने ब्लैकमेलिंग का सहारा लिया और राज्यसभा का सदस्य बन गया, जिससे पार्टी को नुकसान हुआ। उन्होंने यह भी कहा कि संजय यादव ने लालू परिवार को हर बार संकट में डाला और इस बार भी तेजस्वी को गलत रास्ते पर डाला।
सुभाष यादव ने आरोप लगाया कि संजय यादव ने पार्टी के मूल्यों को भंग किया और केवल अपनी व्यक्तिगत फायदे के लिए काम किया। उन्होंने कहा, “अगर कोई गरीब यादव का बच्चा राज्यसभा में पहुंचता तो लोग उसकी तारीफ करते, लेकिन यह हरियाणा का आदमी राज्यसभा में पहुंच गया और सबको फंसा दिया।”
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Bihar Politics: तेजस्वी यादव पर सुभाष का हमला

सुभाष यादव ने तेजस्वी यादव पर भी निशाना साधा और उनके कामकाज की आलोचना की। उन्होंने कहा, “तेजस्वी यादव सुबह 12 बजे सोकर उठते हैं। बिहार की जनता चाहती है कि उनका नेता सुबह 5 बजे जागे और उनके लिए काम करें।” सुभाष यादव ने यह भी कहा कि जनता को चाहिए कि उनका नेता उनके सामने हो, न कि किसी दलाल के माध्यम से उनके काम हों। उनका कहना था कि जनता की समस्याएं तुरंत हल होनी चाहिए, न कि किसी और के हाथों में।
तेज प्रताप यादव को लेकर भी कही बड़ी बात
जब सुभाष यादव से पूछा गया कि तेजस्वी यादव और तेज प्रताप यादव में से कौन अधिक योग्य है, तो उन्होंने कहा कि आज के समय में तेज प्रताप ज्यादा योग्य हैं। उनका मानना था कि तेज प्रताप की भाषा और रहन-सहन में बदलाव आया है, जिससे उनकी योग्यता साबित होती है। सुभाष यादव ने यह भी स्पष्ट किया कि तेजस्वी को अपनी कार्यशैली में सुधार करना चाहिए, ताकि वह जनता के बीच में ज्यादा प्रभावी हो सकें।
