Bihar Politics: ‘राजनीति से गायब हुए तेजस्वी यादव’, विधानसभा सत्र के बाद नित्यानंद राय का बड़ा दावा

क्या विधानसभा सत्र खत्म होते ही नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव वाकई बिहार की राजनीति से दूर हो गए हैं? केंद्रीय मंत्री नित्यानंद राय ने यह गंभीर दावा क्यों किया है, और क्या यह बयान आगामी चुनाव की रणनीति का हिस्सा है, जानें तेजस्वी की 'अनुपस्थिति' पर छिड़े इस बड़े सियासी विवाद की पूरी कहानी!

Chandan Das
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Bihar Politics: केंद्रीय मंत्री नित्यानंद राय ने बिहार के नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव को लेकर बड़ा बयान दिया है। बिहार विधानसभा सत्र के बाद मीडिया से बातचीत में उन्होंने कहा कि तेजस्वी यादव राजनीतिक गतिविधियों से पूरी तरह गायब हो गए हैं। राय ने यह दावा तेजस्वी यादव के विधानसभा सत्र में अनुपस्थित रहने के आधार पर किया।नित्यानंद राय ने कहा, “तेजस्वी यादव का विधानसभा सत्र में अनुपस्थित रहना स्पष्ट संदेश देता है कि उन्हें बिहार और यहां के लोगों की समस्याओं से कोई लगाव नहीं है। यह बिहार की जनता भी देख रही है और इसका मूल्यांकन कर रही है।” उन्होंने कहा कि यह राजनीति में उनकी गैर-मौजूदगी का संकेत है।

Bihar Politics: मीडिया के सवालों से बचते दिखे तेजस्वी

केंद्रीय मंत्री ने यह भी कहा कि इससे पहले भी तेजस्वी यादव मीडिया के सवालों का सामना करने से बचते रहे हैं। विधानसभा से निकलते समय वे मीडिया कर्मियों के सवालों का जवाब दिए बिना ही वहां से चले गए थे। राय ने इसे भी उनकी राजनीतिक सक्रियता की कमी के रूप में पेश किया।नित्यानंद राय ने जोर देकर कहा कि तेजस्वी यादव की गैर-उपस्थिति से बिहार की जनता में उनके प्रति सवेंदनशीलता कम हो रही है। उन्होंने कहा कि जनता को यह देखकर आश्चर्य होता है कि विपक्ष के नेता विधानसभा सत्र में उपस्थित नहीं होते हैं, जबकि वे अपने क्षेत्र और लोगों की समस्याओं के लिए प्रतिनिधित्व करने के दावेदार हैं।

Bihar Politics: विपक्षी नेता की जिम्मेदारी पर सवाल

केंद्रीय मंत्री ने तेजस्वी यादव की विपक्षी भूमिका पर भी सवाल उठाए। राय ने कहा कि विपक्ष का मुख्य कार्य सरकार की गतिविधियों पर नजर रखना और जनता के मुद्दों को उठाना होता है। यदि नेता प्रतिपक्ष विधानसभा सत्र में अनुपस्थित रहते हैं, तो यह न केवल उनके कर्तव्यों की अनदेखी है, बल्कि लोकतांत्रिक प्रक्रिया में भी बाधा डालती है।

तेजस्वी यादव के राजनीतिक भविष्य पर संकेत

नित्यानंद राय ने अपने बयान में यह भी संकेत दिया कि तेजस्वी यादव की राजनीति में सक्रियता कम होने के कारण उनका राजनीतिक प्रभाव घट सकता है। राय ने कहा, “राजनीति में स्थिरता और सक्रियता बहुत महत्वपूर्ण होती है। यदि नेता अपनी जिम्मेदारियों से दूर रहते हैं, तो जनता की उम्मीदों पर खरा उतरना कठिन हो जाता है।”

कुल मिलाकर, केंद्रीय मंत्री नित्यानंद राय ने तेजस्वी यादव को लेकर सख्त टिप्पणी की है। उन्होंने तेजस्वी के विधानसभा सत्र में अनुपस्थित रहने और मीडिया के सवालों से बचने के व्यवहार को उनके राजनीतिक गायब होने के प्रमाण के रूप में पेश किया। राय का कहना है कि बिहार की जनता इस पूरी स्थिति को देख रही है और इसके आधार पर राजनीतिक निर्णय करेगी।

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