Bihar Politics: बिहार में अगले विधानसभा चुनावों के लिए सियासी सरगर्मियां तेज हो गई हैं। शनिवार (30 अगस्त 2025) को आरा में एक जनसभा के दौरान, नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने खुद को मुख्यमंत्री उम्मीदवार के रूप में प्रस्तुत किया। उन्होंने कहा कि बिहार की मौजूदा सरकार पूरी तरह से नकलची है और राज्य की स्थिति को सुधारने के लिए एक ओरिजिनल सीएम की जरूरत है, न कि डुप्लीकेट सीएम की। तेजस्वी ने भीड़ से सवाल किया, “आप ही बताओ, आपको डुप्लीकेट सीएम चाहिए या ओरिजिनल सीएम चाहिए?” उनके इस बयान से बिहार के सियासी माहौल में नया विवाद खड़ा हो गया है।
बीजेपी ने किया तेजस्वी के बयान पर पलटवार
तेजस्वी यादव के इस बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए बिहार बीजेपी प्रवक्ता प्रेम रंजन पटेल ने तीखा हमला बोला। पटेल ने कहा कि तेजस्वी यादव “मुंगेरीलाल के हसीन सपने” देख रहे हैं और खुद को मुख्यमंत्री के तौर पर प्रोजेक्ट कर रहे हैं। उन्होंने आगे कहा कि राहुल गांधी ने तेजस्वी के नाम पर अभी तक कोई मुहर नहीं लगाई है, और न ही कांग्रेस पार्टी ने इस बारे में कोई स्पष्ट रुख अपनाया है। बीजेपी ने यह भी आरोप लगाया कि जब राहुल गांधी से तेजस्वी के मुख्यमंत्री उम्मीदवार बनने के बारे में सवाल किया जाता है, तो वह कन्नी काट जाते हैं।
“तेजस्वी के नाम पर महागठबंधन में नहीं है सहमति”
बीजेपी प्रवक्ता ने आरोप लगाया कि तेजस्वी यादव के मुख्यमंत्री पद के दावे पर महागठबंधन में कोई सहमति नहीं है। उन्होंने कहा कि जब तेजस्वी ने खुद को मुख्यमंत्री के रूप में प्रोजेक्ट किया, तो महागठबंधन के सहयोगी दल चुप्पी साधे हुए हैं। प्रेम रंजन पटेल ने कहा कि महागठबंधन के साथी दल इस मुद्दे पर खुलकर नहीं बोलते, क्योंकि उन्हें इस बात का डर है कि तेजस्वी का नाम मुख्यमंत्री उम्मीदवार के रूप में घोषित होते ही महागठबंधन में फूट पड़ सकती है। पटेल ने यह भी कहा कि तेजस्वी यादव भ्रष्टाचार के आरोपों का सामना कर रहे हैं, और जांच एजेंसियां उनकी जांच कर रही हैं, जो उनके मुख्यमंत्री बनने की संभावना को और कमजोर करती है।
नीतीश कुमार के नेतृत्व में चुनाव लड़ने की बात
प्रेम रंजन पटेल ने आगे कहा कि बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का नेतृत्व ही महागठबंधन के लिए सबसे मजबूत आधार है। उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार 2005 से बिहार के मुख्यमंत्री हैं, और अगले चुनाव में हम उन्हीं के नेतृत्व में चुनाव लड़ेंगे। बीजेपी ने महागठबंधन से यह सवाल किया कि अगर तेजस्वी यादव के नाम पर सहमति नहीं है, तो फिर महागठबंधन का चेहरा कौन है? पटेल ने यह भी सवाल उठाया कि जब तेजस्वी खुद को सीएम उम्मीदवार के रूप में पेश कर रहे हैं, तो फिर महागठबंधन के सहयोगी दल इस मुद्दे पर क्यों चुप हैं?
राहुल गांधी ने बीजेपी पर कसा तंज
वहीं, आरा में एक जनसभा को संबोधित करते हुए कांग्रेस नेता और लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने भाजपा पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि बीजेपी ने महाराष्ट्र, हरियाणा और लोकसभा चुनाव में चुनावी धांधली की है, लेकिन बिहार के चुनाव में वह ऐसा नहीं कर पाएंगे। राहुल गांधी ने कहा, “हम बिहार का चुनाव इन्हें चोरी नहीं करने देंगे।” उनका यह बयान बिहार चुनाव में कांग्रेस की सक्रिय भूमिका को दर्शाता है और यह संकेत देता है कि कांग्रेस बिहार के चुनावी मैदान में पूरी ताकत से उतरेगी।
सीएम उम्मीदवार को लेकर जारी सियासी संघर्ष
तेजस्वी यादव द्वारा खुद को मुख्यमंत्री उम्मीदवार के तौर पर पेश करने के बाद बिहार की राजनीति में बयानबाजी तेज हो गई है। बीजेपी और महागठबंधन के बीच आरोप-प्रत्यारोप का दौर जारी है, और यह स्पष्ट हो गया है कि बिहार के अगले मुख्यमंत्री के नाम पर कांग्रेस और महागठबंधन के सहयोगी दलों में सहमति नहीं बन पा रही है। तेजस्वी यादव का सीएम पद को लेकर दांव अब बिहार के आगामी चुनावी समीकरणों को प्रभावित करेगा।

