Bihar Politics: बिहार विधानसभा चुनाव को लेकर सभी राजनीतिक दलों मे अपनी तैयारियां शुरु कर दी है. दिल्ली में महागठबंधन की तैयारी को लेकर हलचल शुरु हो गई है. मुख्यमंत्री पद को लेकर महागठबंधन में चल रही चर्चाओं के बीच राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के नेता तेजस्वी यादव ने दिल्ली में कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे और लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी से मुलाकात की। अक्टूबर-नवंबर में प्रस्तावित विधानसभा चुनाव को देखते हुए यह मुलाकात राजनीतिक रूप से बेहद अहम मानी जा रही है।
कांग्रेस और राजद के दिग्गज नेता बैठक में रहे मौजूद
बताते चले कि, दिल्ली में आयोजित इस अहम बैठक में कांग्रेस की ओर से मल्लिकार्जुन खरगे, राहुल गांधी, संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल, बिहार कांग्रेस अध्यक्ष राजेश राम और प्रभारी कृष्णा अल्लावरु शामिल हुए। वहीं राजद की तरफ से तेजस्वी यादव के साथ राज्यसभा सांसद मनोज झा और रणनीतिकार संजय यादव भी बैठक में उपस्थित थे।
बैठक के बाद तेजस्वी यादव का बयान
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे के आवास पर हुई इस बैठक के बाद तेजस्वी यादव ने मीडिया से बातचीत की। उन्होंने बताया कि बैठक में सकारात्मक चर्चा हुई और सभी दल बिहार को विकास की दिशा में ले जाने के लिए प्रतिबद्ध हैं। उन्होंने यह भी बताया कि अगली बैठक 17 अप्रैल को पटना में होगी, जहां आगे की रणनीति तय की जाएगी।
तेजस्वी यादव ने NDA पर साधा निशाना
तेजस्वी यादव ने इस दौरान एनडीए सरकार पर भी तीखा हमला बोला। उन्होंने कहा कि बिहार में बीते 20 वर्षों से एनडीए की सरकार रही है, लेकिन राज्य आज भी सबसे गरीब बना हुआ है। उन्होंने नीतीश कुमार पर तंज कसते हुए कहा कि वे पूरी तरह से ‘हाइजैक’ हो चुके हैं और इस बार बिहार में एनडीए की सरकार नहीं बनने जा रही है।
कांग्रेस में सीएम फेस को लेकर मतभेद
महागठबंधन के भीतर मुख्यमंत्री पद को लेकर स्थिति अब तक साफ नहीं हो पाई है। कांग्रेस के कई नेता कह चुके हैं कि चुनाव के बाद ही मुख्यमंत्री का चेहरा तय किया जाएगा। हाल ही में पटना पहुंचे कांग्रेस नेता सचिन पायलट ने भी इसी बात को दोहराया था।
जनता तय करेगी सीएम का चेहरा – कांग्रेस का रुख
4 अप्रैल को दिल्ली में कांग्रेस जिला कमेटी की बैठक में बिहार प्रभारी कृष्णा अल्लावरु से जब मुख्यमंत्री चेहरे को लेकर सवाल किया गया, तो उन्होंने कहा कि बिहार की जनता ही मुख्यमंत्री तय करेगी। कांग्रेस नेताओं के अलग-अलग बयानों के चलते महागठबंधन में सीएम फेस को लेकर सस्पेंस अब भी बरकरार है। बहरहाल, यह मुलाकात बिहार की राजनीति में आगामी चुनावी समीकरणों को तय करने की दिशा में एक बड़ा संकेत मानी जा रही है। अब 17 अप्रैल को पटना में होने वाली बैठक से महागठबंधन की रणनीति और नेतृत्व को लेकर तस्वीर कुछ और स्पष्ट हो सकती है।
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