Bitcoin Price: बिटकॉइन में गिरावट का सिलसिला लगातार जारी है। शुक्रवार, 28 फरवरी 2025 को बिटकॉइन की कीमत तीन महीने के निचले स्तर पर पहुंच गई। यह वही बढ़त थी, जो अमेरिका में डोनाल्ड ट्रंप की चुनावी जीत के बाद देखी गई थी, लेकिन अब यह पूरी तरह से मिट चुकी है। शुक्रवार को एशियाई बाजारों में बिटकॉइन की कीमत $80,500 पर ट्रेड हो रही थी, जो दिनभर में 3.45% नीचे थी। दिसंबर 2024 के मध्य में बिटकॉइन ने अपने ऑल-टाइम हाई को छुआ था, लेकिन अब तक यह लगभग 25% गिर चुका है।
ग्लोबल शेयर बाजारों की कमजोरी और क्रिप्टो से दूरी

बताते चले कि बिटकॉइन में गिरावट के पीछे ग्लोबल शेयर बाजारों की कमजोरी एक बड़ा कारण है, जिससे निवेशकों ने रिस्की एसेट्स जैसे क्रिप्टो से दूरी बना ली है। ट्रंप प्रशासन की नई टैरिफ पॉलिसी को लेकर भी अनिश्चितता बनी हुई है, जबकि रूस-यूक्रेन और इज़राइल-गाजा जैसे संघर्षों का समाधान न निकलने से निवेशकों की चिंता बढ़ी है। इन सभी कारणों ने बिटकॉइन की कीमत को गिराने में अहम भूमिका निभाई है।
ट्रंप की चुनावी जीत के बाद आई थी बिटकॉइन की बढ़त
ट्रंप ने अपने चुनाव प्रचार में खुद को क्रिप्टो फ्रेंडली नेता के रूप में पेश किया था, जिसके बाद नवंबर में उनकी जीत के बाद बिटकॉइन की कीमत में जबरदस्त उछाल देखा गया था। लेकिन अब हालात बदल चुके हैं और निवेशकों का भरोसा कमजोर हो गया है। बिटकॉइन के निवेशकों की चिंता बढ़ने के कारण उसकी कीमतों में गिरावट हो रही है।
मशहूर क्रिप्टो एक्सचेंज Bybit पर बड़ा हमला

बिटकॉइन को एक और बड़ा झटका तब लगा, जब मशहूर क्रिप्टो एक्सचेंज Bybit को 1.5 अरब डॉलर की हैकिंग का सामना करना पड़ा। यह अब तक की सबसे बड़ी क्रिप्टो चोरी मानी जा रही है। इस घटना के बाद क्रिप्टो बाजार में घबराहट और तेज हो गई है। BTSE एक्सचेंज के चीफ ऑपरेटिंग ऑफिसर जेफ मेई ने बताया कि इस हैक की खबर के बाद बाजार में जबरदस्त उतार-चढ़ाव देखने को मिल रहा है।
अमेरिका में बढ़ती महंगाई और फेडरल रिजर्व की नीतियों का असर
अमेरिका में बढ़ती महंगाई और फेडरल रिजर्व की दरों में कटौती पर रोक ने भी क्रिप्टो बाजार पर दबाव डाला है। इन दोनों कारकों के कारण बाजार में मंदी का माहौल है, जो बिटकॉइन की कीमतों को और नीचे खींच रहा है। हालांकि, कुछ क्रिप्टो समर्थक बिटकॉइन के भविष्य को लेकर आशावादी बने हुए हैं और उनका मानना है कि ट्रंप प्रशासन के क्रिप्टो रेगुलेशन से बाजार को राहत मिल सकती है।
क्रिप्टो रेगुलेशन और भविष्य में बिटकॉइन की कीमत में वृद्धि

क्रिप्टो समर्थकों का यह भी मानना है कि ट्रंप प्रशासन क्रिप्टो के लिए बड़े ऐलान कर सकता है, जिससे बाजार को मदद मिलेगी। ट्रंप ने पहले ही एक एग्जीक्यूटिव ऑर्डर पर साइन किया है, जिसमें क्रिप्टो को बढ़ावा देने और एक राष्ट्रीय डिजिटल एसेट भंडार तैयार करने की बात कही गई है। इसके साथ ही, सरकार ने एक स्पेशल टास्क फोर्स और क्रिप्टो ज़ार की नियुक्ति की है, जो क्रिप्टो के लिए नियम-कानून बनाएंगे।
क्या बिटकॉइन 2 लाख डॉलर तक जाएगा?
स्टैंडर्ड चार्टर्ड के डिजिटल एसेट रिसर्च हेड जेफ्री केंड्रिक का मानना है कि 2025 के अंत तक बिटकॉइन की कीमत $200,000 तक पहुंच सकती है। उनके मुताबिक, बड़ी संस्थाओं की बढ़ती दिलचस्पी और अमेरिका में बेहतर नियम-कानून से लंबे समय में क्रिप्टो मार्केट की वोलैटिलिटी कम हो सकती है।