BJP cartoon release : छत्तीसगढ़ में शराब व्यापार से जुड़े एक करीब ₹2000–₹3200 करोड़ के घोटाले की जांच ED (प्रवर्तन निदेशालय) कर रही है। आरोप है कि सरकारी अधिकारियों, कारोबारियों और राजनेताओं ने शराब की बिक्री और एक्साइज ड्यूटी में हेराफेरी करके राज्य को नुकसान पहुंचाया। इसमें कथित तौर पर बघेल सरकार के कार्यकाल में फर्जी ठेके, नकली बिल और उगाही शामिल रही। भाजपा ने चैतन्य बघेल की गिरफ्तारी के बाद सोशल मीडिया पर एक कार्टून पोस्ट किया जिसमें भूपेश बघेल को “ठगेश” कहकर भ्रष्टाचार के “सिरमौर” के रूप में दिखाया गया। कार्टून में कांग्रेस को परिवारवाद और भ्रष्टाचार से जोड़ते हुए यह दावा किया गया कि चैतन्य बघेल का गिरफ्तार होना साजिश नहीं, बल्कि ‘सबूतों का नतीजा’ है।
कांग्रेस का पलटवार
कांग्रेस ने भाजपा और केंद्र सरकार पर हमला करते हुए आरोप लगाया कि ED का इस्तेमाल विपक्ष की आवाज दबाने के लिए किया जा रहा है। पार्टी ने बयान जारी कर कहा कि,”मोदी-विष्णु की जोड़ी लोकतंत्र को शर्मसार कर रही है।” भूपेश बघेल पर दबाव बनाने और बदले की राजनीति के तहत यह गिरफ्तारी की गई है। कांग्रेस नेताओं ने इसे “लोकतंत्र की हत्या और राजनीतिक षड्यंत्र” बताया है।
मुख्यमंत्री साय का जवाब
मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने कांग्रेस के आरोपों को सिरे से खारिज करते हुए कहा, “ED ऐसे ही किसी पर कार्रवाई नहीं करती। सारी जांच तथ्यों और सबूतों के आधार पर होती है।” उन्होंने कहा कि यह कोई पहली कार्रवाई नहीं है, और कांग्रेस केवल सस्ती सहानुभूति बटोरने की कोशिश कर रही है।
डिप्टी CM साव बोले- “कांग्रेस भ्रम फैला रही है”
उपमुख्यमंत्री अरुण साव ने कांग्रेस की बयानबाज़ी को राजनीतिक नौटंकी करार देते हुए कहा कि “पूरे छत्तीसगढ़ को शराब घोटाले की सच्चाई पता है। दो काउंटर लगाकर शराब बेचने की बातें जनता तक पहुंच चुकी थीं।” उन्होंने कहा कि कांग्रेस की रणनीति सिर्फ भ्रम फैलाने और जांच से ध्यान भटकाने की है। वन मंत्री केदार कश्यप ने कहा कि “ED किसी दबाव में नहीं, सरकार से स्वतंत्र एजेंसी है।” पूर्व मंत्री अजय चंद्राकर ने कहा कि विधानसभा की कार्यसूची देखकर ED कार्रवाई नहीं करती। उन्होंने कहा कि “पेड़ कटाई” का मामला और ED की कार्रवाई को जोड़ना कांग्रेस की चालाकी है।
कांग्रेस का विरोध और आंदोलन की चेतावनी
कांग्रेस अध्यक्ष दीपक बैज ने चैतन्य बघेल की गिरफ्तारी को राजनीतिक प्रतिशोध बताया और कहा, “यह छत्तीसगढ़ की संपदा लूटने वालों और उसे बचाने वालों की लड़ाई है।” कांग्रेस ने 22 जुलाई को प्रदेशव्यापी चक्काजाम और विरोध प्रदर्शन की घोषणा की है। पार्टी ने कहा कि यदि भाजपा यह सोच रही है कि कांग्रेस डर जाएगी, तो यह उसकी सबसे बड़ी राजनीतिक भूल है।
सियासी संघर्ष जारी
भाजपा और कांग्रेस के इस तीखे टकराव के बीच राज्य की जनता अब यह देख रही है कि ED की अगली कार्रवाई क्या होगी और क्या विपक्ष सड़कों पर उतरकर जन समर्थन जुटा पाएगा। एक तरफ भाजपा इसे कानूनी कार्रवाई बता रही है, तो दूसरी तरफ कांग्रेस इसे राजनीतिक हथियार करार दे रही है। फिलहाल छत्तीसगढ़ की सियासत पूरी तरह ED के रेडार पर केंद्रित हो गई है।
Read More : Love Affair Crime:देवर के प्यार में पागल गृहिणी ने नींद की गोलियां और बिजली का झटका देकर पति की कर दी हत्या!