BJP vs Mamata: पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने हाल ही में ईद-उल-फितर के अवसर पर एक धार्मिक सभा में अपने बयान से राजनीति में हलचल मचा दी। उन्होंने कहा कि वह सभी धर्मों के लिए अपना जीवन बलिदान करने के लिए तैयार हैं और विपक्षी दलों पर सांप्रदायिक हिंसा फैलाने का आरोप लगाया। ममता के इस बयान के बाद, भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने तीखी प्रतिक्रिया दी है, विशेष रूप से बीजेपी के आईटी सेल प्रमुख अमित मालवीय ने ममता पर हमलावर होते हुए सवाल उठाया कि क्या ममता बनर्जी सनातन धर्म को ‘गंदा धर्म’ मानती हैं।
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मालवीय ने बनर्जी पर ताना सवालों का शिकंजा

मालवीय ने एक्स पर लिखा, “क्या पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के लिए सनातन धर्म गंदा धर्म है? उनकी सरकार में कई हिंदू विरोधी दंगे होने के बावजूद, उन्होंने हिंदुओं का मजाक उड़ाने और उनकी आस्था का अपमान करने की हिम्मत की है।”
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ममता के बयान पर सुवेंदु अधिकारी ने भी जताया विरोध
ममता के बयान को लेकर बीजेपी (BJP) नेता सुवेंदु अधिकारी ने भी उन पर तीखा हमला किया। उन्होंने ममता बनर्जी को घेरते हुए पूछा कि वह किस धर्म को ‘गंदा’ कह रही थीं। सुवेंदु ने एक्स पर लिखा, “कौन सा धर्म गंदा है मिस ममता बनर्जी? रेड रोड पर मुस्लिम समुदाय को खुश करने के लिए आपने अपनी लगभग समझ में न आने वाली उर्दू बोली में कहा कि आप ‘गंदा धर्म’ या ‘डर्टी रिलिजन’ का पालन नहीं करतीं।

आप किस धर्म की बात कर रही थीं? सनातन हिंदू धर्म?” सुवेंदु ने यह भी आरोप लगाया कि ममता ने बार-बार ‘दंगा’ शब्द का इस्तेमाल किया और सवाल किया कि क्या यह कार्यक्रम धार्मिक था या राजनीतिक। उन्होंने ममता पर समुदायों के बीच दुश्मनी पैदा करने का प्रयास करने का आरोप लगाया और चेतावनी दी कि इस तरह की हरकतें उनके खिलाफ जा सकती हैं।
धर्म के अनुयायियों को समान करती हमारी सरकार

आपको बता दे… अभी तक ममता बनर्जी ने अपनी ओर से कोई जवाब देने के बजाय, विपक्षी दलों पर आरोप लगाए और कहा कि वे राजनीति को धर्म के आधार पर फैलाने की कोशिश कर रहे हैं। लेकिन ममता ने दावा किया कि….उनकी सरकार ने हमेशा हर धर्म के अनुयायियों को समान अधिकार देने की कोशिश की है और वह कभी भी किसी भी धर्म के खिलाफ नहीं रही हैं। उन्होंने यह भी कहा कि उनके बयान का उद्देश्य किसी धर्म को नीचा दिखाना नहीं था, बल्कि सांप्रदायिक सद्भाव बनाए रखने की दिशा में काम करना था।
