Bihar Election 2025: बिहार विधानसभा चुनाव 2025 की सरगर्मी के बीच मढ़ौरा सीट से एक बड़ी खबर सामने आई है। सारण जिले की मढ़ौरा विधानसभा सीट से लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) की प्रत्याशी सीमा सिंह समेत चार उम्मीदवारों का नामांकन रद्द कर दिया गया है। चुनाव आयोग द्वारा नामांकन पत्रों की स्क्रूटनी (जांच) के दौरान दस्तावेजों में खामियां पाए जाने के कारण यह कार्रवाई की गई है।
किन-किन उम्मीदवारों का नामांकन हुआ रद्द?
चुनाव आयोग ने मढ़ौरा सीट से निम्नलिखित चार प्रत्याशियों का नामांकन रद्द किया है: सीमा सिंह – लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास), अल्ताफ आलम राजू – निर्दलीय, विशाल – निर्दलीय, आदित्य – बहुजन समाज पार्टी (बसपा) । LJP(R) की प्रत्याशी सीमा सिंह के नामांकन दस्तावेजों में कुछ आवश्यक जानकारियों की कमी और तकनीकी त्रुटियां पाई गईं। चुनाव आयोग ने नियमों के तहत अनुपयुक्त दस्तावेजों के आधार पर उनका पर्चा रद्द कर दिया। सीमा सिंह की उम्मीदवारी रद्द होते ही एनडीए को इस सीट पर सीधा नुकसान हुआ है, क्योंकि अब गठबंधन का कोई आधिकारिक उम्मीदवार मैदान में नहीं बचा।
चिराग पासवान की पार्टी को लगा झटका
एलजेपी (रामविलास) के खाते में एनडीए द्वारा 29 विधानसभा सीटें दी गई थीं। लेकिन मढ़ौरा सीट पर प्रत्याशी के पर्चा रद्द होने से अब पार्टी के पास केवल 28 सीटों पर ही लड़ने का मौका बचा है। यह झटका चिराग पासवान के नेतृत्व और संगठनात्मक तैयारी पर भी सवाल खड़े करता है, क्योंकि यह मामला दस्तावेजी चूक का है।
कौन हैं सीमा सिंह?
सीमा सिंह भोजपुरी फिल्म इंडस्ट्री की मशहूर डांसर और अभिनेत्री हैं। उन्हें “भोजपुरी की सनी लियोनी” और “डांसिंग क्वीन” के नाम से जाना जाता है। फिल्म ‘निरहुआ रिक्शावाला’ के सुपरहिट गाने ‘मिसिर जी तू त बाड़ बड़ा ठंडा’ में उनके डांस ने काफी लोकप्रियता हासिल की थी। मूल रूप से प्रयागराज (उत्तर प्रदेश) की रहने वाली सीमा सिंह ने नवादा (बिहार) के सौरव सिंह से शादी की है। वे पहली बार राजनीति में उतरी थीं, लेकिन राजनीतिक पारी की शुरुआत से पहले ही हिट विकेट हो गईं।
मुकाबला महागठबंधन और अन्य निर्दलीय बीच
मढ़ौरा सीट पर अब मुकाबला महागठबंधन और अन्य निर्दलीय प्रत्याशियों के बीच सिमट गया है। पहले चरण में यहां 6 नवंबर को मतदान होना है। नामांकन की अंतिम तिथि 17 अक्टूबर थी, जो अब बीत चुकी है। ऐसे में अब LJP(R) या NDA इस सीट पर किसी अन्य प्रत्याशी को नहीं उतार सकते। राजनीतिक जानकारों का मानना है कि इस घटनाक्रम के बाद महागठबंधन की स्थिति मजबूत हो गई है। मढ़ौरा सीट से सीमा सिंह सहित चार प्रत्याशियों का नामांकन रद्द होना केवल एक तकनीकी मामला नहीं, बल्कि राजनीतिक समीकरणों को प्रभावित करने वाली बड़ी घटना बन चुकी है। जहां एक ओर एनडीए को एक सीट से हाथ धोना पड़ा है, वहीं दूसरी ओर महागठबंधन को अप्रत्याशित बढ़त मिलती दिख रही है।
