Breast Cancer: किस उम्र की महिलाओं में बढ़ सकता है ब्रेस्ट कैंसर? जाने लक्षणों की जानकारी

यह बीमारी आमतौर पर 40 वर्ष से ऊपर की महिलाओं में अधिक पाई जाती है। हालांकि, अब युवा महिलाओं में भी इसके मामले बढ़ रहे हैं।

Shilpi Jaiswal

ब्रेस्ट कैंसर एक गंभीर स्वास्थ्य समस्या है जो दुनियाभर में महिलाओं के बीच तेजी से फैल रहा है। यह बीमारी विशेष रूप से महिलाओं को प्रभावित करती है, हालांकि कुछ दुर्लभ मामलों में पुरुषों में भी इसका खतरा हो सकता है। ब्रेस्ट कैंसर तब होता है जब स्तन की कोशिकाओं में असामान्य विकास होता है और वे कैंसरग्रस्त हो जाती हैं। यह आमतौर पर स्तन के ऊतकों में शुरू होता है और अगर समय पर पहचान न हो, तो यह शरीर के अन्य हिस्सों में फैल सकता है।

किस उम्र में ब्रेस्ट कैंसर का खतरा बढ़ सकता है?

ब्रेस्ट कैंसर किसी भी उम्र में हो सकता है, लेकिन इसके होने का खतरा खासकर कुछ उम्र में बढ़ जाता है। यह बीमारी आमतौर पर 40 वर्ष से ऊपर की महिलाओं में अधिक पाई जाती है। हालांकि, अब युवा महिलाओं में भी इसके मामले बढ़ रहे हैं।

40 वर्ष और उससे ऊपर की महिलाएं: इस उम्र के बाद महिलाओं में ब्रेस्ट कैंसर का खतरा बढ़ता है। महिलाओं की आयु बढ़ने के साथ शरीर में हार्मोनल बदलाव होते हैं, जो ब्रेस्ट कैंसर के जोखिम को बढ़ा सकते हैं। 50 वर्ष के बाद महिलाओं में कैंसर का खतरा और अधिक बढ़ जाता है, खासकर अगर उन्हें पहले परिवार में ब्रेस्ट कैंसर का इतिहास रहा हो।

20 से 30 वर्ष की महिलाएं: हालांकि यह दुर्लभ है, लेकिन कुछ मामलों में युवा महिलाओं में भी ब्रेस्ट कैंसर देखा गया है। इस उम्र में कैंसर के लक्षण शायद आसानी से पहचान में नहीं आते क्योंकि युवा महिलाओं के स्तन की संरचना भी अलग होती है। हालांकि, कुछ कारणों से इस उम्र में ब्रेस्ट कैंसर का जोखिम हो सकता है जैसे पारिवारिक इतिहास, हार्मोनल असंतुलन, आदि।

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    ब्रेस्ट कैंसर के प्रमुख लक्षण

    ब्रेस्ट कैंसर के लक्षण विभिन्न महिलाओं में भिन्न हो सकते हैं, लेकिन कुछ सामान्य लक्षण होते हैं जिन्हें पहचानना महत्वपूर्ण है…

    गांठ का महसूस होना: ब्रेस्ट में किसी भी प्रकार की गांठ या सूजन होना ब्रेस्ट कैंसर का प्रमुख लक्षण हो सकता है। यह गांठ बिना दर्द के भी हो सकती है, इसलिए इसके बारे में ध्यान देना महत्वपूर्ण है।

    त्वचा में बदलाव: ब्रेस्ट की त्वचा पर लालिमा, सूजन या खिंचाव महसूस होना, यह कैंसर के संकेत हो सकते हैं। साथ ही त्वचा पर ऑरेंज की खाल जैसी संरचना भी दिखाई दे सकती है।

    दर्द: ब्रेस्ट कैंसर में दर्द होना आम नहीं है, लेकिन कुछ मामलों में दर्द या संवेदनशीलता महसूस हो सकती है, खासकर गांठ के आसपास। यदि यह दर्द लगातार बढ़ता है या लंबे समय तक रहता है, तो इसे नजरअंदाज नहीं करना चाहिए।

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      ब्रेस्ट कैंसर के कारण

      ब्रेस्ट कैंसर के कारणों का पता अब तक पूरी तरह से नहीं चल पाया है, लेकिन कुछ कारक इसे बढ़ाने में मदद कर सकते हैं…

      हार्मोनल असंतुलन: महिलाओं में लंबे समय तक हार्मोनल असंतुलन या उच्च स्तर के एस्ट्रोजन और प्रोजेस्टेरोन हार्मोन का स्तर ब्रेस्ट कैंसर के खतरे को बढ़ा सकता है।

      शराब का सेवन: अत्यधिक शराब पीने से ब्रेस्ट कैंसर का खतरा बढ़ सकता है, क्योंकि यह शरीर में हार्मोनल बदलाव को प्रभावित करता है।

      जन्म नियंत्रण गोलियां:जो महिलाएं लंबे समय तक जन्म नियंत्रण गोलियों का सेवन करती हैं, उनमें ब्रेस्ट कैंसर का खतरा कुछ हद तक बढ़ सकता है।

      बढ़ती उम्र: जैसे-जैसे उम्र बढ़ती है, महिलाओं में ब्रेस्ट कैंसर का खतरा बढ़ता है।

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        निवारण और स्क्रीनिंग

        ब्रेस्ट कैंसर का जल्दी पता लगाने और उसका इलाज करने के लिए नियमित स्क्रीनिंग और सावधानी रखना बहुत जरूरी है। महिला को अपनी उम्र और स्वास्थ्य के हिसाब से डॉक्टर से सलाह लेकर ब्रेस्ट कैंसर की स्क्रीनिंग करानी चाहिए। 40 साल के बाद महिलाओं को नियमित रूप से मैमोग्राफी करवानी चाहिए। साथ ही, घर पर ब्रेस्ट सेल्फ-एक्जामिनेशन भी करना चाहिए, ताकि किसी भी असामान्य बदलाव को पहले पहचान सकें।

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