brisbane heat vs renegades news:बिग बैश लीग 2024-25 में एक दिलचस्प और असामान्य घटनाक्रम देखने को मिला। मेलबर्न रेनेगेड्स और ब्रिस्बेन हीट के बीच खेले जा रहे मैच में मेलबर्न रेनेगेड्स के कप्तान विल सदरलैंड को अंपायर ने तीन लगातार छक्के खाने के बाद अचानक गेंदबाजी से हटा दिया। यह वाकया तब हुआ जब सदरलैंड 12वें ओवर में गेंदबाजी कर रहे थे और उनके ओवर की आखिरी गेंद बाकी थी। इसके बाद, उनकी जगह ओवर की आखिरी गेंद दूसरे गेंदबाज ने फेंकी।
तीन छक्के खाने के बाद कप्तान को गेंदबाजी से क्यों हटाया गया?
यह वाकया पहली पारी के 12वें ओवर के दौरान हुआ, जब कप्तान विल सदरलैंड गेंदबाजी कर रहे थे। ओवर की शुरुआत में पहले दो गेंदों पर 2 रन बने, लेकिन फिर अगले तीन गेंदों पर ब्रिस्बेन हीट के बल्लेबाज मैट रेनशॉ ने लगातार तीन छक्के जड़े। तीसरे छक्के के बाद, अंपायर ने तुरंत सदरलैंड को गेंदबाजी से हटा दिया।

इसका कारण था कि सदरलैंड ने गेंद फेंकने के बाद पिच के ‘डेंजर जोन’ में कदम रख दिया था। ‘डेंजर जोन’ वह क्षेत्र है जो पिच के मध्य में स्टंप के पास होता है। अगर गेंदबाज इस जोन में आता है तो अंपायर के लिए फैसला लेना मुश्किल हो सकता है। जैसे एलबीडब्ल्यू का फैसला, क्योंकि गेंदबाज सामने होता है और अंपायर को सही तरीके से स्थिति का आकलन करना कठिन हो जाता है।
क्यों होता है डेंजर जोन का नियम?

डेंजर जोन में आना गेंदबाज के लिए न केवल नियम का उल्लंघन होता है, बल्कि अंपायर की निर्णय क्षमता पर भी असर डालता है। गेंदबाज का स्टंप के पास होना अंपायर के लिए सही निर्णय लेने में कठिनाई पैदा करता है, जिससे खेल की निष्पक्षता पर सवाल उठ सकते हैं। इस कारण अंपायर को यह अधिकार होता है कि वह गेंदबाज को इस स्थिति से बाहर कर सकते हैं।
अंपायर का निर्णय और टीम पर असर

इस तरह के फैसले खिलाड़ियों और टीमों के लिए भी चौंकाने वाले होते हैं। सदरलैंड को गेंदबाजी से हटाने के बाद, उनके ओवर की आखिरी गेंद दूसरे गेंदबाज ने फेंकी। हालांकि, इस फैसले का मैच के परिणाम पर ज्यादा असर नहीं पड़ा, लेकिन यह घटना इस सीजन के लिए एक अद्वितीय और दिलचस्प मामला बन गई।इस घटना के बाद, क्रिकेट प्रेमियों और खिलाड़ियों में डेंजर जोन के नियम को लेकर चर्चाएं तेज हो गईं। अंपायर के इस फैसले को सही ठहराया जा रहा है, क्योंकि यह खेल की निष्पक्षता को बनाए रखने के लिए जरूरी था।

