कप्तान ऋषभ पंत की भावुक प्रतिक्रिया: होम ग्राउंड पर हर टीम होती है मजबूत

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नई दिल्ली 
भारत के कार्यवाहक कप्तान ऋषभ पंत का गुवाहाटी में साउथ अफ्रीका के खिलाफ दूसरे टेस्ट में ऐतिहासिक हार झेलने के बाद दर्द छलका है। उन्होंने कहा कि घर पर किसी भी विपक्षी टीम को हल्के में नहीं लिया जा सकता। साउथ अफ्रीका ने बुधवार को गुवाहाटी में खेले गए दूसरे मुकाबले में 408 रनों से विजयी परचम फहराया। यह भारतीय टीम की टेस्ट क्रिकेट में रनों के लिहाज से सबसे बड़ी हार है। साउथ अफ्रीका ने भारतीय सरजमीं पर 25 सालों के बाद टेस्ट सीरीज अपने नाम की है। नियमित कप्तान शुभमन गिल के चोटिल होने के कारण पंत ने पहले टेस्ट के बाद दूसरे मैच में भारत की कमान संभाली। गिल के पहले टेस्ट के दूसरे दिन गर्दन में जकड़न आ गई थी। वह गुवाहाटी टेस्ट से बाहर रहे।

पंत ने दो मैचों की टेस्ट सीरीज में सूपड़ा होने के बाद कहा, ''यह निराशाजनक है। एक टीम के तौर पर हमें बेहतर होने की जरूरत है। हमें विपक्षी टीम को श्रेय देना होगा। उन्होंने अच्छा क्रिकेट खेला। हमें सीख लेकर एक टीम के तौर पर टिके रहने की जरूरत है। उन्होंने सीरीज में दबदबा बनाया लेकिन आप घर पर खेलते हुए विपक्षी टीम को हल्के में नहीं ले सकते। हमें अपना माइंडसेट क्लियर रखना था। भविष्य में हमें इससे सीखना होगा और बेहतर होना होगा। उन्होंने बेहतर क्रिकेट खेला। क्रिकेट में आपको एक टीम के तौर पर मौके भुनाने होते हैं। हमने ऐसा नहीं किया और इसकी वजह से हम पूरी सीरीज हार गए। सकारात्मक बात यह रहेगी कि हम अपने प्लान पर ध्यान दें और यही हम इस सीरीज से सीखेंगे।''

गुवाहाटी में भारत के सामने 549 रन का असंभव लक्ष्य था और उसकी पूरी टीम मैच के पांचवें और अंतिम दिन 140 रन पर आउट हो गई। साउथ अफ्रीका ने अपनी पहली पारी में 489 रन बनाए थे जिसके जवाब में भारतीय टीम 201 रन पर आउट हो गई थी। साउथ अफ्रीका ने अपनी दूसरी पारी पांच विकेट पर 260 रन बनाकर समाप्त घोषित की थी। बता दें कि यह तीसरा अवसर है जबकि किसी टीम ने भारत का उसकी धरती पर सूपड़ा साफ किया। इससे पहले साउथ अफ्रीका ने 2000 में 2-0 से जबकि पिछले साल न्यूजीलैंड ने 3-0 से सीरीज जीती थी। इस पराजय से भारत की वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल में पहुंचने की उम्मीदों को भी करारा झटका लगा है।

 

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