Chandil Train Accident: झारखंड के सरायकेला-खरसावां जिले में शनिवार सुबह बड़ा रेल हादसा टल गया। चांडिल स्टेशन के पास दो मालगाड़ियां आमने-सामने टकरा गईं, जिससे दोनों ट्रेनों के लगभग 20 डिब्बे पटरी से उतर गए। हादसा सुबह करीब 4 बजे हुआ, जब अधिकतर इलाके में लोग सो रहे थे। हालांकि, राहत की बात यह रही कि इस हादसे में कोई हताहत नहीं हुआ है।
कैसे हुआ हादसा?
रेलवे सूत्रों के मुताबिक, एक मालगाड़ी लोहे से लदी थी, जो टाटानगर से पुरुलिया की ओर जा रही थी। जैसे ही इस ट्रेन ने अद्रा मंडल के चांडिल स्टेशन को पार किया, इसके कई डिब्बे पटरी से उतर गए और बगल की लाइन पर जा गिरे। उसी समय, विपरीत दिशा से एक और मालगाड़ी उस ट्रैक पर आ रही थी। इससे भयानक टक्कर हो गई और दोनों ट्रेनों के डिब्बे क्षतिग्रस्त होकर बेपटरी हो गए।
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, टक्कर इतनी जोरदार थी कि आसपास के घरों में धमाके जैसी आवाज सुनाई दी। हादसे के तुरंत बाद रेलवे अधिकारियों और राहत टीमों ने मौके पर पहुंचकर रेस्क्यू और क्लियरेंस ऑपरेशन शुरू कर दिया।
कई ट्रेनें रद्द और डायवर्ट
इस दुर्घटना का असर दक्षिण पूर्व रेलवे की कई यात्री ट्रेनों पर पड़ा है। चांडिल-टाटानगर रूट पर चलने वाली कई ट्रेनें रद्द कर दी गई हैं। कुछ ट्रेनों को वैकल्पिक मार्गों से डायवर्ट किया गया है। रेलवे ने यात्रियों से अपील की है कि वे यात्रा से पहले ट्रेन की स्थिति की जानकारी लेकर ही स्टेशन पहुंचें।
बचाव और मरम्मत कार्य जारी
रेलवे ने कहा है कि रेस्क्यू और रेस्टोरेशन कार्य युद्ध स्तर पर जारी है। भारी क्रेनों की मदद से पटरी से उतरे डिब्बों को हटाया जा रहा है। क्षतिग्रस्त पटरियों की मरम्मत के लिए इंजीनियरिंग टीम को मौके पर तैनात किया गया है। “फिलहाल किसी के हताहत होने की खबर नहीं है। हादसे की जांच के आदेश दे दिए गए हैं। शुरुआती जांच में सिग्नलिंग में गड़बड़ी या ब्रेक फेलियर की आशंका जताई जा रही है।”
बड़ा हादसा टला, फिर भी चिंता बरकरार
हालांकि, इस हादसे में कोई जानमाल का बड़ा नुकसान नहीं हुआ, लेकिन यह घटना रेलवे की सुरक्षा और निगरानी व्यवस्था पर सवाल जरूर खड़े करती है।दक्षिण पूर्व रेलवे इस रूट पर माल और यात्री ट्रेनों की भारी आवाजाही के लिए जाना जाता है। ऐसे में दो मालगाड़ियों का आमने-सामने टकराना चिंता का विषय है।
यात्रियों के लिए अलर्ट
रेलवे ने हेल्पलाइन नंबर जारी करते हुए यात्रियों से धैर्य और सहयोग बनाए रखने की अपील की है। यात्रियों को सलाह दी गई है कि यात्रा से पहले रेलवे की वेबसाइट या हेल्पलाइन से जानकारी लें। झारखंड के चांडिल स्टेशन पर हुआ यह हादसा भले ही किसी बड़े नुकसान में नहीं बदला, लेकिन रेलवे के संचालन तंत्र की कमजोरियों को उजागर जरूर कर गया। उम्मीद की जा रही है कि हादसे की विस्तृत जांच से भविष्य में ऐसी घटनाओं से बचाव के लिए ठोस कदम उठाए जाएंगे।
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