Chandra Grahan 2025: सनातन धर्म में ग्रहण को एक महत्वपूर्ण घटना माना गया है, जो कि मानव जीवन पर भी अपना प्रभाव डालती है। ज्योतिष में ग्रहण काल को लेकर कई सारे नियम बताए गए हैं जिनका पालन करना जरूरी होता है।
पिछले कुछ वर्षों में लगे चंद्र ग्रहण भारत में दिखाई नहीं पड़े हैं लेकिन अब सितंबर महीने में लगने वाला चंद्र ग्रहण भारत में दिखाई देगा, जिसके कारण इस ग्रह का महत्व और बढ़ गया है। साल का आखिरी चंद्र ग्रहण भारत में दिखाई देने के कारण इसका सूतक काल भी मान्य होगा। ऐसे में हम आपको ग्रहण की तारीख और इससे जुड़ी जानकारी प्रदान कर रहे हैं।
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कब लगेगा चंद्र ग्रहण?
आपको बता दें कि इस साल का दूसरा चंद्र ग्रहण 7 सितंबर दिन रविवार को लग रहा है। ये ग्रहण भारत में दिखाई देगा। लंबे वक्त के बाद कोई चंद्र ग्रहण भारत में दिखाई देगा, जिसके चलते इसका महत्व और अधिक बढ़ गया है। साल का आखिरी चंद्र ग्रहण श्राद्ध पक्ष के पहले दिन लगेगा। श्राद्ध पक्ष में ग्रहण का लगना बेहद दुर्लभ माना गया है।
चंद्र ग्रहण का समय
बता दें कि 7 सितंबर दिन रविवार को लगने वाला चंद्र ग्रहण रात 9 बजकर 57 मिनट से आरंभ हो जाएगा, जो मध्य रात्रि में 1 बजकर 27 मिनट तक रहेगा। इस दौरान चंद्र ग्रहण को टेलीस्कोप के द्वारा आसानी से देखा जा सकता है। यह ग्रहण भारत के अलावा अंटार्कटिका, पश्चिमी प्रशांत महासागर, ऑस्ट्रेलिया, हिंद महासागर, यूरोप जैसे स्थानों पर दिखाई देगा।
सूतक का समय
ज्योतिष अनुसार चंद्र ग्रहण का सूतक 7 सितंबर दिन रविवार को दोपहर 12 बजकर 57 मिनट से आरंभ हो जाएगा, जो ग्रहण के साथ ही समाप्त होगा। सूतक के दौरान लोग खाने पीने से बचें, इसके अलावा गर्भवती महिलाएं इस दौरान घर से बाहर न निकलें साथ ही किसी भी धारदार चीज का प्रयोग न करें। ग्रहण के दौरान खाने पीने वाली चीजों पर तुलसी का पत्ता जरूर रख दें। माना जाता है कि ऐसा करने से भोजन अशुद्ध नहीं होता है।
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Disclaimer: यहां दी गई जानकारियां पौराणिक कथाओं,धार्मिक आस्था और लोक मान्यताओं पर आधारित हैं इसका कोई वैज्ञानिक प्रमाण नहीं है। खबर में दी जानकारी पर विश्वास व्यक्ति की अपनी सूझ-बूझ और विवेक पर निर्भर करता है। प्राइम टीवी इंडिया इस पर दावा नहीं करता है ना ही किसी बात पर सत्यता का प्रमाण देता है।