Chhangur Baba Controversy :उत्तर प्रदेश में धर्मांतरण के गंभीर मामले में फंसे जलालुद्दीन उर्फ छांगुर बाबा को लेकर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सख्त बयान जारी किया है। उन्होंने साफ किया है कि ऐसे तत्वों के लिए राज्य में कोई जगह नहीं है। यह बयान तब आया है जब बलरामपुर जिले में आरोपी की संपत्तियों पर प्रशासनिक कार्रवाई शुरू हो चुकी है।
सीएम योगी ने सोशल मीडिया पर दी प्रतिक्रिया

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘X’ (पूर्व में ट्विटर) पर लिखा कि उत्तर प्रदेश सरकार बहन-बेटियों की गरिमा और सुरक्षा के प्रति पूर्णतः प्रतिबद्ध है। उन्होंने कहा कि प्रारंभिक जांच में यह स्पष्ट हो चुका है कि जलालुद्दीन की गतिविधियाँ केवल समाज विरोधी नहीं, बल्कि राष्ट्र विरोधी भी हैं। ऐसे व्यक्ति को ऐसी सजा दी जाएगी जो समाज के लिए उदाहरण बने।
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बुलडोजर एक्शन शुरू
बलरामपुर जिले के उतरौला क्षेत्र में स्थित जलालुद्दीन उर्फ छांगुर बाबा की संपत्तियों पर प्रशासन द्वारा बुलडोजर कार्रवाई शुरू की गई है। आरोपी की करोड़ों की संपत्ति को अवैध घोषित कर ध्वस्त किया जा रहा है। यूपी एटीएस (ATS) ने जलालुद्दीन को धर्मांतरण मामले में गिरफ्तार किया है और उस पर 100 करोड़ रुपये की विदेशी फंडिंग प्राप्त करने और उसे अवैध धार्मिक गतिविधियों में प्रयोग करने का गंभीर आरोप है।
सरकार का स्पष्ट संदेश
मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि राज्य सरकार कानून व्यवस्था के प्रति पूरी तरह सजग है और किसी भी स्तर पर ढिलाई नहीं बरती जाएगी। उन्होंने स्पष्ट किया कि आरोपी और उसके पूरे गिरोह के खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की जाएगी। उनके द्वारा अर्जित की गई संपत्तियों को जब्त किया जाएगा और उन्हें कानून के दायरे में कड़ी सजा दी जाएगी।
महिलाओं की सुरक्षा सर्वोपरि – योगी आदित्यनाथ

सीएम योगी आदित्यनाथ ने अपने बयान में दोहराया कि राज्य सरकार महिलाओं की सुरक्षा को लेकर बेहद गंभीर है। उन्होंने कहा कि समाज में शांति, सौहार्द और सामाजिक समरसता को बिगाड़ने वाले तत्वों के लिए उत्तर प्रदेश में कोई स्थान नहीं है। ऐसे अपराधियों के साथ कठोरता से पेश आया जाएगा।
“धर्मांतरण और राष्ट्र विरोधी गतिविधियों को बर्दाश्त नहीं”
प्रशासन और सुरक्षा एजेंसियों की प्राथमिक जांच में यह सामने आया है कि जलालुद्दीन का नेटवर्क न सिर्फ धर्मांतरण की साजिश रच रहा था, बल्कि उसमें विदेशी फंडिंग और राष्ट्र विरोधी तत्वों की भूमिका भी संदिग्ध मानी जा रही है। एटीएस द्वारा छानबीन में यह बात सामने आई है कि आरोपी के तार देश के बाहर से संचालित हो रही संस्थाओं से जुड़े हो सकते हैं।