Chhattisgarh Road Accident:छत्तीसगढ़ के जशपुर जिले में मंगलवार रात एक भीषण सड़क हादसे ने त्योहार की खुशी को मातम में बदल दिया। गणेश विसर्जन के दौरान एक अनियंत्रित बोलेरो कार श्रद्धालुओं की भीड़ में घुस गई, जिससे 3 लोगों की मौके पर मौत हो गई और 22 से अधिक लोग घायल हो गए। यह दर्दनाक घटना चराईडांड-बगीचा स्टेट हाइवे के पास हुई।
रात करीब 10 बजे हुआ हादसा
हादसा मंगलवार रात लगभग 10 बजे का है जब श्रद्धालु गणेश प्रतिमा के विसर्जन के लिए जुलूस के रूप में निकले थे। जुलूस जैसे ही स्टेट हाइवे के करीब पहुंचा, एक तेज रफ्तार बोलेरो वाहन ने नियंत्रण खोते हुए भीड़ में घुसकर कई लोगों को कुचल दिया। मौके पर चीख-पुकार मच गई और भगदड़ जैसी स्थिति बन गई।
महिला समेत तीन लोगों की दर्दनाक मौत
इस हादसे में जिन लोगों की मौके पर ही मौत हो गई, उनकी पहचान इस प्रकार है:
अरविंद करकेट्टा (19 वर्ष)
विपिन (17 वर्ष)
खिरोवती (32 वर्ष, महिला)
तीनों स्थानीय निवासी थे और जुलूस में श्रद्धा के साथ शामिल हुए थे।
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22 लोग घायल, 18 को किया गया रेफर
हादसे में 22 लोग घायल हुए हैं, जिनमें से कई की हालत गंभीर बनी हुई है। प्रारंभिक इलाज के बाद 18 घायलों को अंबिकापुर के अस्पताल में रेफर किया गया है। इनमें कार चालक भी शामिल है, जिसे गंभीर चोटें आई हैं।
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ड्राइवर हिरासत में, बोलेरो जब्त
घटना की सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और स्थिति को संभाला। बोलेरो वाहन को जब्त कर लिया गया है और ड्राइवर को हिरासत में ले लिया गया है। इस मामले में जांच की जा रही है कि हादसा तकनीकी खराबी, नशे की हालत या तेज रफ्तार लापरवाही के कारण हुआ।
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जशपुर एसपी का बयान
जशपुर के पुलिस अधीक्षक शशिमोहन सिंह ने मीडिया को बताया:“गणेश विसर्जन जुलूस के दौरान एक तेज रफ्तार बोलेरो ने कई लोगों को रौंद दिया। इस घटना में अब तक 3 लोगों की मृत्यु की पुष्टि हुई है और 22 घायल हैं। ड्राइवर को हिरासत में लेकर आगे की जांच की जा रही है।”
स्थानीय विधायक ने की मुलाकात
जशपुर की विधायक रायमुनि भगत ने बगीचा अस्पताल पहुंचकर घायलों से मुलाकात की और उनका हालचाल जाना। उन्होंने पीड़ित परिवारों के प्रति गहरी संवेदना प्रकट की और सरकारी सहायता जल्द दिलवाने का आश्वासन दिया।
स्थानीय लोगों में आक्रोश
हादसे के बाद क्षेत्र में आक्रोश और शोक का माहौल है। लोगों ने प्रशासन से सवाल किया कि विसर्जन जुलूस के दौरान पर्याप्त सुरक्षा इंतजाम क्यों नहीं थे। कई लोग यह भी कह रहे हैं कि इस तरह के धार्मिक आयोजनों में ट्रैफिक कंट्रोल और बैरिकेडिंग की जरूरत है ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं से बचा जा सके।
