Naxalites Surrender: छत्तीसगढ़ को बड़ी सफलता, कांकेर में 13 महिला कैडर समेत 21 नक्सलियों ने किया सरेंडर

छत्तीसगढ़ में नक्सलवाद के खिलाफ चल रहे अभियान को बड़ी सफलता मिली है। कांकेर जिले में 21 नक्सलियों ने पुलिस के समक्ष आत्मसमर्पण किया है, जिनमें 13 महिला कैडर शामिल हैं। इन माओवादियों ने हिंसा का रास्ता छोड़कर समाज की मुख्यधारा में लौटने का निर्णय लिया है और 18 हथियार भी सौंपे हैं।

Chandan Das
नक्सल

Naxalites Surrender: छत्तीसगढ़ के कांकेर जिले में सक्रिय रहे 21 नक्सलियों ने आज पुलिस के समक्ष आत्मसमर्पण कर मुख्यधारा में लौटने का निर्णय लिया। यह कार्यक्रम जंगलवार कॉलेज परिसर में आयोजित किया गया, जहां सभी नक्सलियों का रेड कारपेट बिछाकर स्वागत किया गया। बस्तर रेंज के आईजी पी. सुंदरराज ने आत्मसमर्पण करने वाले नक्सलियों को संविधान की प्रति भेंट कर मुख्यधारा में शामिल होने का संदेश दिया।

पुलिस की नई रणनीति सफल

पुलिस ने हाल ही में अपनी रणनीति में बदलाव किया है। अब मुठभेड़ की बजाय आत्मसमर्पण को प्राथमिकता दी जा रही है। अधिकारियों ने नक्सलियों को स्पष्ट संदेश दिया था कि यदि वे शांति और समाज की मुख्यधारा में लौटते हैं, तो उनका स्वागत किया जाएगा, अन्यथा सुरक्षा बल कार्रवाई के लिए तैयार हैं।आईजी पी. सुंदरराज ने बताया कि इस नई रणनीति का असर दिखने लगा है। इसी माह जगदलपुर में 208 नक्सलियों ने 109 हथियारों के साथ आत्मसमर्पण किया था। कांकेर जिले के दो एरिया कमेटियों के 21 नक्सलियों ने अब 18 हथियार पुलिस को सौंपे हैं।

नक्सल संगठन में गिरावट

आईजी सुंदरराज ने बताया कि पहले नक्सल संगठन के पोलित ब्यूरो और सेंट्रल कमेटी में लगभग 45 सदस्य थे, जो अब घटकर केवल 6 से 7 रह गए हैं। उन्होंने दक्षिण बस्तर के जंगलों में छिपे नक्सलियों से अपील करते हुए कहा कि वे आत्मसमर्पण कर शांति का रास्ता अपनाएं, अन्यथा सुरक्षा बलों की कार्रवाई के लिए तैयार रहें।

मुख्यधारा में लौटने का संदेश

पुलिस अधिकारियों का कहना है कि आत्मसमर्पण करने वाले नक्सलियों को सामाजिक और आर्थिक सहायता भी दी जाएगी। उन्हें पुनर्वास योजना, शिक्षा और रोजगार के अवसर उपलब्ध कराए जाएंगे ताकि वे समाज के सामान्य जीवन में लौट सकें।

विशेषज्ञों का मानना है कि इस रणनीति से नक्सलवाद के खात्मे में तेजी आएगी। आत्मसमर्पण अभियान से न केवल हथियारों की संख्या कम होगी, बल्कि स्थानीय लोगों में सुरक्षा का विश्वास भी बढ़ेगा।कांकेर जिले में 21 नक्सलियों का आत्मसमर्पण पुलिस और प्रशासन की नई रणनीति की सफलता को दर्शाता है। यह कदम बस्तर क्षेत्र में शांति बहाली और नक्सलवाद के उन्मूलन की दिशा में महत्वपूर्ण माना जा रहा है। अधिकारियों ने बार-बार जंगलों में सक्रिय नक्सलियों से शांति और सुरक्षा की दिशा में लौटने का आग्रह किया है।

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