CJI BR Gavai : सुप्रीम कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश बी आर गवई ने न्यायालय में न्यायाधीशों के असभ्य व्यवहार पर चिंता व्यक्त की है। उनके अनुसार, वकीलों और सरकारी अधिकारियों के प्रति ऐसा व्यवहार किसी भी तरह से वांछनीय नहीं है। साथ ही, न्यायाधीशों को उनकी सलाह है, “शिष्टाचार बनाए रखें। आपका रक्तचाप नियंत्रित रहेगा।”
न्यायाधीशों को सलाह
बॉम्बे उच्च न्यायालय में एक समारोह में बोलते हुए गवई ने कहा, “जब लोग बॉम्बे उच्च न्यायालय के अच्छे तरीके से लिखे गए फैसले की प्रशंसा करते हैं तो मुझे गर्व महसूस होता है। लेकिन इसके बावजूद, मेरे सहकर्मियों द्वारा कुछ असभ्य व्यवहार मेरे संज्ञान में आया है। यहां तक कि मेरे पास शिकायत भी दर्ज कराई गई है।” उन्होंने आगे कहा, “मेरा हमेशा से मानना रहा है कि जज के तौर पर काम करने का मौका थोड़ा अलग होता है। यह 10-5 की नौकरी जैसा नहीं है। यह समाज और लोगों की सेवा करने का मौका है। इसलिए वकीलों के साथ दुर्व्यवहार करना या अधिकारियों को बार-बार कोर्ट में बुलाना कतई उचित नहीं है। कोर्ट रूम का माहौल खुशनुमा रखना चाहिए। इससे जज, वकील समेत सभी का ब्लड प्रेशर नियंत्रित रहता है।” कुछ जजों को ‘पार्ट टाइम जज’ बताते हुए चीफ जस्टिस ने चिंता जताई।
CJI ने किया बड़ा दावा
उन्होंने कहा, “एक और परेशान करने वाली खबर मेरे कानों में पड़ी है। मैं नाम नहीं बताना चाहता। हालांकि, दुर्व्यवहार के साथ-साथ कुछ जज पार्ट टाइम आधार पर काम कर रहे हैं। अगर आपने इस महान पद की सेवा करने की शपथ ली है, तो पहले आधे घंटे में एक घंटा बर्बाद करना और फिर दूसरे आधे घंटे में बैठना उस शपथ को कमजोर करता है।” उन्होंने कहा, “कृपया ऐसा कुछ न करें जिससे इस महान संस्था (बॉम्बे उच्च न्यायालय) की बदनामी हो। इस संस्था की प्रतिष्ठा पीढ़ियों से वकीलों और न्यायाधीशों के समर्पण से बनी है। सभी को इसे ध्यान में रखकर काम करना चाहिए।”
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