CJI Gavai Statement: मुख्य न्यायाधीश (CJI) भूषण रामकृष्ण गवई ने गुरुवार को सुप्रीम कोर्ट के जजों और वकीलों के सामने अपने रिटायरमेंट के बाद सरकारी आवास को लेकर एक खास बात कही। उन्होंने स्पष्ट किया कि समय की कमी के कारण वह नवंबर में रिटायरमेंट तक अपने सरकारी आवास को खाली नहीं कर पाएंगे, लेकिन नियमों के तहत निर्धारित समयावधि के अंदर वह यह जरूर करेंगे। यह बयान उन्होंने जस्टिस सुधांशू धुलिया के फेयरवेल प्रोग्राम के दौरान दिया, जो 9 अगस्त 2025 को रिटायर हो रहे हैं। इस मौके पर सुप्रीम कोर्ट एडवोकेट्स ऑन रिकॉर्ड एसोसिएशन (SCAORA) ने जस्टिस धुलिया के लिए विशेष सम्मान कार्यक्रम आयोजित किया था।
सीजेआई गवई का साफ बयान
CJI गवई ने कहा “रिटायरमेंट के बाद समय पर सरकारी आवास खाली करना मेरा कर्तव्य होगा। हालांकि, नवंबर तक उपयुक्त आवास खोजने में समस्या रहेगी, लेकिन नियमों के अनुसार समय सीमा में मैं घर खाली कर दूंगा।” उन्होंने जस्टिस धुलिया की तारीफ करते हुए कहा कि उन्होंने इस मामले में एक बहुत अच्छी मिसाल कायम की है और कई अन्य जजों को उनका अनुसरण करना चाहिए। इससे पहले पूर्व मुख्य न्यायाधीश डी. वाई. चंद्रचूड़ ने भी रिटायरमेंट के बाद आवास खाली करने में देरी की थी। वे 8 नवंबर 2024 को रिटायर हुए थे, लेकिन कृष्ण मेनन मार्ग स्थित सरकारी आवास को समय पर खाली नहीं कर पाए थे। सुप्रीम कोर्ट प्रशासन ने केंद्र सरकार को पत्र लिखकर आवास खाली कराने का अनुरोध किया था।
न्यायपालिका में अनुशासन और सम्मान का संदेश
जस्टिस चंद्रचूड़ ने इस देरी का कारण बताया था कि उन्हें नया आवास अभी तक पूरी तरह नहीं मिला है और रेंटेड हाउस लेने में भी उन्हें कई दिक्कतों का सामना करना पड़ा। उन्होंने अपनी दोनों बेटियों की दुर्लभ बीमारी का हवाला देते हुए कहा था कि परिवार की स्थिति को ध्यान में रखते हुए ही उन्हें घर लेना होगा। CJI गवई ने जस्टिस धुलिया के रिटायरमेंट पर कहा “उनका न्यायपालिका में योगदान यादगार रहेगा। वे रिटायरमेंट के अगले दिन ही अपना सरकारी आवास खाली कर देंगे। यह अनुशासन और कर्तव्यनिष्ठा की मिसाल है।” उन्होंने कहा कि न्यायपालिका के सदस्यों को रिटायरमेंट के बाद नियमों का सम्मान करते हुए सरकारी आवास खाली करने के मामले में अनुकरणीय व्यवहार दिखाना चाहिए।
व्यक्तिगत अंदाज और भविष्य की योजना
कार्यक्रम के दौरान सीजेआई गवई ने एक हल्की-फुल्की बात भी साझा की कि जस्टिस धुलिया उनसे दो मकान दूर रहते हैं लेकिन व्यस्तता के कारण दोनों अक्सर मिल नहीं पाते। उन्होंने बताया कि रिटायरमेंट के बाद वह गोल्फ खेलना शुरू करेंगे जिससे दोनों जल्दी मिल सकेंगे। साथ ही उन्होंने जस्टिस धुलिया के उज्जवल भविष्य के लिए शुभकामनाएं भी दीं। इस फेयरवेल कार्यक्रम में सुप्रीम कोर्ट के वरिष्ठ एडवोकेट्स उच्च न्यायालयों के जज और अन्य गणमान्य लोग मौजूद थे। सभी ने जस्टिस धुलिया के न्यायिक जीवन की सराहना की और उनके समर्पण को यादगार बताया
