Chhath महापर्व पर स्वच्छ घाट प्रतियोगिता 2.0, योगी सरकार का स्वच्छता और सौंदर्यीकरण की दिशा में अहम कदम

उत्तर प्रदेश सरकार 2024 में छठ पूजा के अवसर पर एक स्वच्छ घाट प्रतियोगिता आयोजित कर रही है. इसका मुख्य उद्देश्य घाटों को स्वच्छ, सुंदर और प्लास्टिक मुक्त बनाना है.

Aanchal Singh
Chhath

Chhath Puja 2024: लोक आस्था के महापर्व छठ (Chhath) की शुरुआत हो चुकी है. पूरे देशभर में इस पर्व की रौनक दिखाई दे रही है. इस पावन अवसर पर योगी सरकार ने प्रदेश में “स्वच्छ घाट प्रतियोगिता 2.0” (Swachh Ghat Competition 2.0) का आयोजन किया है. यह प्रतियोगिता 8 नवंबर, 2024 तक चलेगी, जिसका मुख्य उद्देश्य प्रदेश के घाटों पर स्वच्छता, सौंदर्यीकरण और प्लास्टिक मुक्त वातावरण का निर्माण करना है. इस प्रतियोगिता के माध्यम से लोगों में स्वच्छता के प्रति जागरूकता बढ़ाने और घाटों पर स्वच्छ एवं सुरक्षित माहौल तैयार करने का प्रयास किया जा रहा है.

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स्वच्छता के प्रति जागरूकता बढ़ाने के प्रयास

स्वच्छता के प्रति जागरूकता बढ़ाने के प्रयास

बताते चले कि, इस प्रतियोगिता के अंतर्गत घाटों पर साफ-सफाई बनाए रखने के लिए अर्पण कलश स्थापित किए गए हैं, जो लोगों में स्वच्छता के प्रति जागरूकता उत्पन्न करने का कार्य करेंगे. इसके साथ ही, इन घाटों को “नो प्लास्टिक जोन” घोषित किया गया है ताकि प्लास्टिक और थर्माकोल के उपयोग को पूरी तरह से प्रतिबंधित किया जा सके। इस पहल से पर्यावरण संरक्षण को भी बढ़ावा मिलेगा और घाट क्षेत्र को स्वच्छ रखा जा सकेगा.

सार्वजनिक सुविधाओं की स्थापना और सुदृढ़ीकरण

प्रतियोगिता के दौरान घाटों पर नागरिकों की सुविधा हेतु शौचालयों और स्नान घरों की स्थापना की जा रही है. इन सुविधाओं का रखरखाव नियमित रूप से सुनिश्चित किया जा रहा है ताकि श्रद्धालुओं को किसी प्रकार की असुविधा न हो. स्वच्छ सारथी क्लब, स्कूल, कॉलेज, विश्वविद्यालय, एनजीओ, और अन्य स्वयंसेवी संस्थाओं की भागीदारी से इन सुविधाओं को मजबूत बनाने का प्रयास किया गया है. इससे लोगों की सुविधा के साथ-साथ स्वच्छता का भी ध्यान रखा जा रहा है.

घाटों का सौंदर्यीकरण और नवाचार

घाटों का सौंदर्यीकरण और नवाचार

योगी सरकार ने घाटों के सौंदर्यीकरण को लेकर नवाचार गतिविधियों का आयोजन भी किया है. इन गतिविधियों के माध्यम से घाटों की सुंदरता में वृद्धि की जा रही है और घाट क्षेत्र को पूरी तरह से परिवर्तित करने का प्रयास किया जा रहा है. इसके अलावा, घाटों पर कूड़े के उचित निपटान हेतु डस्टबिन की भी व्यवस्था की गई है, ताकि घाटों का क्षेत्र हमेशा साफ-सुथरा बना रहे.

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स्वच्छता अभियान में जनभागीदारी का महत्व

इस स्वच्छता अभियान में अधिकतम नागरिकों की भागीदारी सुनिश्चित करने के लिए कई प्रकार की गतिविधियों का आयोजन किया जा रहा है. एनजीओ, सीएसओ और अन्य स्वयंसेवी संगठनों का भी इस अभियान में अहम योगदान है. ये संगठन घाटों पर सफाई अभियान चला रहे हैं और लोगों को स्वच्छता का महत्व समझा रहे हैं.

स्वच्छ और सुरक्षित माहौल का संकल्प

स्वच्छ और सुरक्षित माहौल का संकल्प

दरअसल, इस प्रतियोगिता के माध्यम से योगी सरकार ने छठ (Chhath) महापर्व के अवसर पर घाटों पर स्वच्छ, सुरक्षित और सुंदर माहौल बनाने का संकल्प लिया है. लोगों की भागीदारी और जागरूकता को बढ़ावा देने के साथ-साथ सरकार द्वारा नियमित रखरखाव और सुरक्षा के लिए कई कदम उठाए गए हैं. इस पहल से छठ महापर्व के दौरान श्रद्धालुओं को स्वच्छ और सुंदर घाटों का अनुभव मिलेगा, जो इस महान पर्व की गरिमा को और भी बढ़ाएगा.

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