Maharashtra: महाराष्ट्र के नांदेड़ जिले में लगातार बारिश ने स्थिति को गंभीर बना दिया है। मुखेड़ क्षेत्र में बादल फटने की घटना के बाद कई गांवों में लगभग 200 से अधिक लोग बाढ़ की चपेट में आ गए हैं। मौसम विभाग (IMD) ने जिले के लिए सोमवार और मंगलवार के लिए येलो अलर्ट जारी किया है। जिलाधिकारी राहुल कार्डिले ने बताया कि प्रभावित इलाकों में राहत और बचाव कार्यों के लिए सेना की 15 सदस्यीय टीम तैनात की जा रही है। साथ ही कुछ बांधों से पानी छोड़ा जा रहा है और इसके लिए तेलंगाना सिंचाई विभाग के सचिव से समन्वय किया जा रहा है।
SDRF ने 21 लोगों को बाहर निकाला
जिलाधिकारी ने बताया कि राज्य आपदा मोचन बल (SDRF) ने रविवार को मुखेड तालुका के रावणगांव और हसनाल गांव से 21 लोगों को सुरक्षित बाहर निकाला। हालांकि, रावणगांव, हसनाल, भासवाडी और भिंगोली गांवों में अभी भी लगभग 200 लोग फंसे हुए हैं। बचाव कार्य लगातार जारी हैं और प्रभावित लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाने के लिए अतिरिक्त टीमें तैनात की जा रही हैं।
लातूर और गोदावरी बेसिन के किनारे भी अलर्ट
जिलाधिकारी ने चेतावनी दी कि जरूरत पड़ने पर लातूर में तैनात अन्य बचाव दलों को भी बुलाया जाएगा। बांधों से पानी छोड़ा जा रहा है और हदगांव, हिमायतनगर और किनवट में अतिरिक्त टीमें तैनात करने की योजना है। गोदावरी बेसिन के किनारे बसे गांवों में भी अलर्ट जारी किया गया है ताकि कोई भी अप्रत्याशित घटना होने पर त्वरित राहत प्रदान की जा सके।
नांदेड़ और आसपास के जिलों में रिकॉर्ड बारिश
रविवार को छत्रपति संभाजीनगर, जालना, नांदेड़ और परभणी जिलों के 80 से अधिक राजस्व मंडलों में 65 मिमी से अधिक बारिश दर्ज की गई। नांदेड़ जिले के मार्खेल सर्कल में सबसे ज्यादा 154.75 मिमी वर्षा रिकॉर्ड की गई। इस भारी बारिश के कारण स्थानीय प्रशासन ने प्रभावित इलाकों में सतर्कता बढ़ा दी है और बचाव कार्यों को प्राथमिकता दी जा रही है।
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