Cloudburst in Himachal: हिमाचल प्रदेश के मंडी जिले में सोमवार रात और मंगलवार तड़के बादल फटने की घटनाओं ने कहर बरपा दिया। करसोग, सराज और धर्मपुर उपमंडल सबसे अधिक प्रभावित हुए हैं। करसोग में जहां एक व्यक्ति की मौत हो गई है, वहीं कई मकान, गौशालाएं और वाहन मलबे में दबकर तबाह हो गए। स्थानीय प्रशासन के मुताबिक अभी तक 30 से अधिक लोग लापता हैं, जिनकी तलाश जारी है।
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यात्री सुरंगों में फंसे, स्कूलों में छुट्टी
भारी बारिश और भूस्खलन के चलते कीरतपुर-मनाली फोरलेन पूरी तरह बंद हो गई है, जिससे सैकड़ों यात्री बीच रास्ते फंस गए हैं। कई लोग सुरंगों और सड़क मार्ग पर रातभर फंसे रहे। प्रशासन द्वारा उन्हें पीने का पानी और जरूरी मदद पहुंचाई गई है। हालात को देखते हुए मंडी जिले के सभी स्कूलों और शिक्षण संस्थानों में एक दिन की छुट्टी घोषित कर दी गई है। मंडी के पद्धर क्षेत्र में स्थित रघुनाथ कुष्ठ रोग आश्रम में भारी बारिश के बीच आधी रात को पानी भर गया। स्थिति गंभीर होते देख प्रशासन और एसडीआरएफ की टीमों ने रेस्क्यू अभियान चलाया और वहां रह रहे 12 लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया।
ब्यास नदी उफान पर, डैमों के गेट खुले
लगातार बारिश से ब्यास नदी का जलस्तर खतरनाक स्तर तक पहुंच गया है। लारजी और पंडोह डैम के गेट खोलने पड़े हैं। जलस्तर नियंत्रित रखने के लिए 800 मेगावाट की क्षमता वाले कोल डैम टरबाइन से अतिरिक्त पानी छोड़ा गया है। लारजी और डैहर बिजली परियोजनाओं में बिजली उत्पादन अस्थायी रूप से बंद कर दिया गया है। धर्मपुर के लौंगनी गांव में बादल फटने से 10 से अधिक घर और गौशालाएं बह गईं। पांच मवेशियों की मौत की सूचना है और खेतों में खड़ी फसलें पूरी तरह बर्बाद हो गई हैं। इसके अलावा बिजली और संचार सेवाएं भी ठप हो गई हैं। प्रभावित ग्रामीणों को सुरक्षित रूप से राहत शिविरों में पहुंचाया गया है।
मंडी शहर में भी पानी घुसा, प्रशासन अलर्ट मोड पर
मंडी शहर के थनेहड़ा क्षेत्र में नाला अवरुद्ध होने से पानी रिहायशी इलाकों में घुस गया। प्रशासन को रात में ही अलर्ट मोड पर आना पड़ा। नगर निगम की मदद से घरों से पानी बाहर निकाला गया और निचले इलाकों में रहने वालों को हटाने की अपील की गई।
प्रभावितों के लिए बचाव अभियान जारी
मंडी के उपायुक्त अपूर्व देवगन ने बताया कि राहत और बचाव कार्य युद्धस्तर पर जारी हैं। नुकसान का आकलन किया जा रहा है और लोगों को सुरक्षित स्थानों पर भेजा जा रहा है। वहीं कुल्लू जिले के स्याज गांव में 9 लोगों के बहने की सूचना है। मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने मंडी की स्थिति पर गहरी चिंता व्यक्त की है और प्रभावितों को त्वरित राहत देने के निर्देश दिए हैं।
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