Dalai Lama: तिब्बती धर्मगुरु दलाई लामा आज अपना 90वां जन्मदिन मना रहे हैं। इस अवसर पर दुनियाभर से शुभकामनाएं मिल रही हैं। केंद्रीय तिब्बती प्रशासन (CTA) द्वारा इस विशेष दिन के लिए एक सप्ताह तक भव्य कार्यक्रम आयोजित किए गए हैं। धर्मशाला के मुख्य मंदिर में हुए दीर्घायु प्रार्थना समारोह में करीब 15,000 से अधिक श्रद्धालु शामिल हुए, जिनमें विभिन्न बौद्ध संप्रदायों के प्रतिनिधि और वरिष्ठ लामाओं की उपस्थिति रही।
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अफवाहों पर लगाया विराम

जन्मदिन से पहले दलाई लामा के उत्तराधिकारी को लेकर चर्चा जोरों पर थी। लेकिन , CTA के अध्यक्ष पेनपा त्सेरिंग ने इन सभी अफवाहों को सिरे से खारिज किया है। उन्होंने कहा कि कुछ लोग यह मान रहे थे कि दलाई लामा किसी उत्तराधिकारी की घोषणा कर सकते हैं या अपने पुनर्जन्म का संकेत देंगे, लेकिन ऐसा कुछ नहीं हुआ। पेनपा ने यह भी साफ किया कि दलाई लामा पूरी तरह स्वस्थ हैं और उन्होंने खुद कहा है कि वह अगले 30-40 साल और जीवित रहेंगे।
130 साल तक जीवित रहूंगा
अपने जन्मदिन से पहले एक संबोधन में दलाई लामा ने कहा कि उन्हें अवलोकितेश्वर का आशीर्वाद मिल रहा है और यह संकेत मिलते हैं कि वे अभी बहुत लंबे समय तक जीवित रहेंगे। उन्होंने कहा, “अब तक आपकी प्रार्थनाएं फलदायी रही हैं। मुझे उम्मीद है कि मैं 130 साल से भी अधिक जीवित रहूंगा। मैंने अब तक अपना सर्वश्रेष्ठ दिया है और आगे भी देता रहूंगा।”
“हमने देश खोया, लेकिन सेवा का अवसर मिला”
अपने संबोधन में दलाई लामा ने तिब्बत की आजादी पर बात करते हुए कहा, “हमने अपना देश खो दिया है, लेकिन निर्वासन में रहकर भी हम दुनिया के कई लोगों को लाभ पहुंचाने में सफल रहे हैं।” उन्होंने चीन के नेता माओत्से तुंग से अपनी ऐतिहासिक मुलाकात को याद करते हुए बताया कि माओ ने उन्हें कहा था, “धर्म जहर है”, लेकिन उन्होंने कोई प्रतिक्रिया नहीं दी और केवल उनके प्रति दया की भावना रखी।
अंतरराष्ट्रीय हस्तियों की उपस्थिति
इस विशेष मौके पर कई गणमान्य अतिथि भी समारोह में शामिल हुए। इनमें केंद्रीय मंत्री किरेन रीजीजू, राजीव रंजन सिंह, अरुणाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री पेमा खांडू, सिक्किम के मुख्यमंत्री प्रेम सिंह तमांग, और हॉलीवुड अभिनेता रिचर्ड गेर प्रमुख हैं। यह दिखाता है कि दलाई लामा का प्रभाव केवल तिब्बती समुदाय तक सीमित नहीं है, बल्कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी उन्हें अपार सम्मान प्राप्त है।
