Delhi Blast: दिल्ली धमाके के बाद चिदंबरम का बयान, जानिए क्यों उठे सवाल सरकार की नीति पर

दिल्ली रेड फोर्ट धमाके के बाद कांग्रेस नेता पी. चिदंबरम ने कहा कि आतंकवादी दो तरह के होते हैं—विदेशी प्रशिक्षित और घरेलू। उन्होंने सरकार की चुप्पी पर सवाल उठाते हुए कहा कि कई शिक्षित नागरिक आतंकवाद की राह पर जा रहे हैं। बीजेपी ने उनके बयान को आतंकियों को 'कवर फायर' देने वाला बताया, जिससे राजनीतिक बहस तेज़ हो गई।

Chandan Das
Delhi Blast
पी चिदंबरम बयान

Delhi Blast: पूर्व केंद्रीय गृह मंत्री और सीनियर कांग्रेस नेता पी. चिदंबरम ने हाल ही में अपने आधिकारिक सोशल मीडिया हैंडल पर एक ट्वीट के माध्यम से बड़ा बयान दिया। उन्होंने कहा कि आतंकवादी दो तरह के होते हैं एक विदेशी प्रशिक्षित घुसपैठिए आतंकवादी और दूसरा घरेलू आतंकवादी। चिदंबरम ने इस बात को पहले भी संसद में ऑपरेशन सिंदूर पर हुई बहस के दौरान उठाया था।उन्होंने कहा, “घरेलू आतंकवादियों के ज़िक्र पर मेरा मज़ाक उड़ाया गया और मुझे ट्रोल किया गया। लेकिन सरकार ने इस पर चुप्पी साध ली क्योंकि उसे पता है कि घरेलू आतंकवादी भी होते हैं।”

Delhi Blast: किस परिस्थितियों में भारतीय नागरिक आतंकवादी बनते हैं

चिदंबरम ने अपने पोस्ट में यह सवाल भी उठाया कि ऐसी कौन-सी परिस्थितियां हैं जो भारतीय नागरिकों को आतंकवादी बना देती हैं, चाहे वे पढ़े-लिखे क्यों न हों। उन्होंने बताया कि हमें खुद से यह सवाल पूछना चाहिए और इसके पीछे सामाजिक, आर्थिक और राजनीतिक कारकों का विश्लेषण करना जरूरी है।उन्होंने कहा कि यह केवल विदेशी खतरे का मामला नहीं है, बल्कि देश के भीतर भी आतंकवाद पनप रहा है। चिदंबरम के अनुसार, सरकार की चुप्पी का कारण यही है कि वह इन घरेलू आतंकवादियों के अस्तित्व और गतिविधियों से परिचित है।

Delhi Blast: पहले भी सरकार पर साध चुके हैं निशाना

पी. चिदंबरम ने पहले भी ऑपरेशन सिंदूर और पहलगाम आतंकी हमले के दौरान सरकार की पारदर्शिता की कमी पर सवाल उठाए थे। उन्होंने पूछा था कि आतंकवादी हमलावर कहाँ हैं और उन्हें क्यों नहीं पकड़ा गया।चिदंबरम ने यह पोस्ट ऐसे समय में किया है जब केंद्रीय मंत्रिमंडल ने दिल्ली विस्फोट को आधिकारिक रूप से “आतंकवादी घटना” घोषित किया है। उनका मानना है कि ऐसे मामलों में सिर्फ सुरक्षाबलों की कार्रवाई ही नहीं, बल्कि नीति और कानून में सुधार भी जरूरी है।

दिल्ली विस्फोट: गंभीर सुरक्षा स्थिति

दिल्ली में सोमवार शाम को हुए बम विस्फोट में 12 लोगों की मौत हो गई, जबकि कई लोग घायल हुए। घटना के तुरंत बाद दिल्ली पुलिस ने राष्ट्रीय राजधानी में सुरक्षा बढ़ा दी। पुलिस ने नागरिकों से सतर्क रहने और किसी भी संदिग्ध वस्तु या गतिविधि की जानकारी तुरंत पुलिस को देने का आग्रह किया।सुरक्षा एजेंसियों ने भीड़भाड़ वाले बाजार, बस टर्मिनल और रेलवे स्टेशन में विशेष सतर्कता बरती। लाउडस्पीकर के माध्यम से लोगों को सतर्क रहने और किसी भी लावारिस बैग या संदिग्ध गतिविधियों की सूचना देने के निर्देश दिए गए।

सरकार और नागरिकों के लिए संदेश

चिदंबरम के अनुसार, सिर्फ आतंकवादियों को रोकना ही पर्याप्त नहीं है। इसके पीछे समाज और परिस्थितियों का विश्लेषण करना भी जरूरी है। उनका कहना है कि घरेलू आतंकवादियों की पहचान, उनके उद्भव के कारण और रोकथाम के उपायों पर ध्यान देना सरकार और समाज दोनों का कर्तव्य है।चिदंबरम ने जोर देकर कहा कि नागरिकों की सुरक्षा, जागरूकता और सरकार की पारदर्शिता ही ऐसे आतंकवादी हमलों को रोकने का सबसे बड़ा हथियार हैं।

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