Delhi mein Aaj ka Mausam kaisa Rahega: दिल्ली में शुक्रवार को मौसम ने एक बार फिर अपनी ताबड़तोड़ दस्तक दी, जहां घने कोहरे और प्रदूषण के कारण राजधानी में लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ा। कोहरे के कारण राजधानी की सड़कों पर वाहनों की रफ्तार धीमी हो गई,

वहीं हवाई और रेल यातायात भी बुरी तरह प्रभावित हुआ। इंडिरा गांधी इंटरनेशनल एयरपोर्ट (IGI Airport) पर 150 से अधिक उड़ानें में देर रहीं, वहीं 33 से अधिक ट्रेनें में देरी से चलीं। मौसम विभाग ने शनिवार और रविवार को हल्की वर्षा का अनुमान जताया है, जिससे ठंड और बढ़ने की संभावना है।
घना कोहरा और उसका प्रभाव

दिल्ली में शुक्रवार सुबह घने कोहरे के कारण दृश्यता का स्तर बेहद कम हो गया, जिससे यातायात पर गंभीर असर पड़ा। सुबह साढ़े चार बजे से लेकर साढ़े आठ बजे तक आईजीआई एयरपोर्ट पर दृश्यता का स्तर शून्य रहा, जिससे फ्लाइट्स में भारी देरी हुई। राजधानी के सफदरजंग इलाके में भी दृश्यता का स्तर केवल 50 मीटर तक रह गया, जिससे सड़क पर चलने वाले वाहन रेंगते हुए दिखाई दिए। कोहरे के कारण सड़कों पर भी दुर्घटनाओं का खतरा बढ़ गया, और वाहनों की गति कम हो गई।
Read more :Weather Forecast:उत्तर भारत में घने कोहरे और सर्दी का कहर..इन राज्यों में घने कोहरे की चेतावनी
हवाई और रेल यातायात पर असर

दिल्ली के आईजीआई एयरपोर्ट पर शुक्रवार को 150 से अधिक उड़ानें देरी से चलीं। कोहरे के कारण विमानों की उड़ानें प्रभावित होने के साथ-साथ कई उड़ानों को समय से पहले रद्द भी किया गया। हवाई यात्रियों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ा, और कई यात्री घंटों तक विमान के इंतजार में बैठे रहे। इसके अलावा, दिल्ली रेलवे स्टेशन से 33 से अधिक ट्रेनें भी देरी से रवाना हुईं, जिससे यात्री इंतजार करते रहे। रेलवे अधिकारियों ने यात्रियों से समय पर स्टेशन पहुंचने की अपील की है, ताकि वे समय से यात्रा कर सकें।
Read more :Weather Update: Delhi-NCR में कोहरे का कहर: ट्रेन से लेकर फ्लाइट हुई लेट, जानें मौसम की ताजा स्थिति
आने वाले दिनों में बारिश का अनुमान

मौसम विभाग ने आगामी शनिवार और रविवार के लिए हल्की वर्षा का पूर्वानुमान जारी किया है। इस बारिश के कारण दिल्ली का तापमान और गिर सकता है, और ठंड में भी इजाफा होगा। दिल्लीवासियों को आने वाले दिनों में और अधिक सर्दी का सामना करना पड़ सकता है। मौसम विशेषज्ञों के अनुसार, कोहरे और प्रदूषण के कारण वातावरण में भी नमी बनी रहेगी, जिससे वायु गुणवत्ता में और गिरावट हो सकती है।