Delhi News: राजधानी दिल्ली में अवैध रूप से रह रहे विदेशी नागरिकों पर पुलिस की सख्ती जारी है। इसी कड़ी में साउथ डिस्ट्रिक्ट की AATS टीम ने गुरुवार को बड़ी कार्रवाई करते हुए अवैध रूप से रह रहे 18 बांग्लादेशियों को गिरफ्तार किया है। इनमें 5 पुरुष, 7 महिलाएं और 6 बच्चे शामिल हैं। ये सभी बीते 6 वर्षों से बिना वैध दस्तावेजों के दिल्ली में रह रहे थे।
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झुग्गियों में रह रहे थे अवैध बांग्लादेशी
एडिशनल डीसीपी सुमित झा के अनुसार, गिरफ्तार किए गए अधिकतर लोग साउथ दिल्ली के पंस्चिल फ्लाईओवर इलाके में झुग्गियों में रह रहे थे। ये सभी कबाड़ी, कूड़ा बीनने और दिहाड़ी मजदूरी जैसे छोटे-मोटे कार्य करके जीवन यापन कर रहे थे। पुलिस ने इन्हें मौके पर पकड़कर हिरासत में लिया।
फर्जी पहचान पत्र और अवैध रास्तों से की भारत में एंट्री
आपको बता दे कि, पुलिस पूछताछ में खुलासा हुआ है कि ये सभी फर्जी दस्तावेजों और अवैध रास्तों के जरिए भारत में दाखिल हुए थे। पिछले कई वर्षों से ये लोग दिल्ली में गैरकानूनी रूप से रह रहे थे, और स्थानीय निवासियों की तरह जीवन बिता रहे थे। इन सभी को फिलहाल डिटेंशन सेंटर में भेज दिया गया है। दिल्ली पुलिस ने बताया कि इन अवैध नागरिकों के खिलाफ कार्रवाई करते हुए उन्हें अब उनके देश बांग्लादेश डिपोर्ट करने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। यह प्रक्रिया FRRO (Foreigners Regional Registration Office) के माध्यम से की जा रही है।
इससे पहले 63 बांग्लादेशी किए गए थे डिपोर्ट
एडिशनल डीसीपी सुमित झा ने बताया कि यह कार्रवाई दिल्ली पुलिस के विशेष अभियान का हिस्सा है, जिसके तहत इससे पहले भी साउथ डिस्ट्रिक्ट पुलिस ने 63 अवैध बांग्लादेशियों को पकड़ा और उन्हें वापस भेजा था। उन्होंने साफ कहा कि यह अभियान आगे भी जारी रहेगा।
सुरक्षा के लिए खतरा बनते हैं अवैध प्रवासी
पुलिस अधिकारियों का मानना है कि ऐसे अवैध प्रवासी न केवल दिल्ली की सुरक्षा व्यवस्था के लिए खतरा बनते हैं, बल्कि अपराध की घटनाओं में इनकी संदिग्ध भूमिका भी देखी जाती है। गृह मंत्रालय के निर्देशों के अनुसार, राजधानी में रहने वाले अवैध नागरिकों की पहचान कर कार्रवाई की जा रही है। यह अभियान राजधानी को सुरक्षित और अपराधमुक्त बनाने की दिशा में एक सशक्त कदम माना जा रहा है।