Delhi Pollution: राजधानी दिल्ली में प्रदूषण का स्तर लगातार बढ़ता जा रहा है। रविवार सुबह एयर क्वालिटी इंडेक्स (AQI) 447 दर्ज किया गया, जो ‘हैजर्डस’ श्रेणी में आता है। यह स्तर स्वास्थ्य के लिए बेहद खतरनाक माना जाता है। विशेषज्ञों का कहना है कि इस स्थिति में सांस लेना मुश्किल हो जाता है और खासकर बच्चों, बुजुर्गों तथा सांस के मरीजों के लिए यह जानलेवा साबित हो सकता है।
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प्रदूषण के कारण

दिल्ली की हवा में जहरीले कणों का स्तर मानकों से कई गुना अधिक है।
PM2.5 का स्तर 299 तक पहुंच गया है।
PM10 का स्तर 398 दर्ज किया गया है।
इन दोनों प्रदूषक तत्वों की अधिकता ही हवा को जहरीला बना रही है। दिल्ली सरकार ने प्रदूषण को नियंत्रित करने के लिए ग्रैप-3 नियम लागू किया है और कई तरह के प्रतिबंध लगाए हैं, लेकिन इसके बावजूद हालात में कोई खास सुधार नहीं दिख रहा।
स्वास्थ्य पर असर
स्वास्थ्य विशेषज्ञों ने चेतावनी दी है कि इस स्तर की हवा बेहद खतरनाक है।
बच्चों और बुजुर्गों को घरों में रहने की सलाह दी गई है।
सांस और हृदय रोग से पीड़ित लोगों के लिए यह स्थिति गंभीर खतरा पैदा कर सकती है।
लंबे समय तक इस हवा में रहने से फेफड़ों और आंखों पर बुरा असर पड़ सकता है।
मौसम की स्थिति
दिल्ली में मौसम साफ रहने की उम्मीद है, लेकिन धुंध और कोहरा परेशानी का कारण बने हुए हैं।
न्यूनतम तापमान 11 डिग्री सेल्सियस तक दर्ज किया गया है।
अधिकतम तापमान 25-26 डिग्री सेल्सियस तक रहने का अनुमान है।
रात के समय तापमान कहीं-कहीं 10 डिग्री तक गिर सकता है।
मौसम विभाग का कहना है कि जब तक हवा की गति तेज नहीं होगी, तब तक प्रदूषण से राहत मिलने की संभावना कम है।
विजिबिलिटी पर असर
सुबह और शाम के समय धुंध और कोहरे का असर साफ दिखाई दे रहा है। विजिबिलिटी कम होने से यातायात प्रभावित हो रहा है। आने वाले एक सप्ताह तक इसी तरह का मौसम बने रहने का अनुमान है।
जनता के लिए सलाह

बढ़ते प्रदूषण और गिरते तापमान को देखते हुए विशेषज्ञों ने कुछ सुझाव दिए हैं:
रात में खुले में न सोएं।
मास्क का प्रयोग करें।
बच्चों और बुजुर्गों को बाहर जाने से बचाएं।
सांस के मरीज नियमित रूप से डॉक्टर की सलाह लें।
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