Delhi Pollution: दिल्ली और एनसीआर में वायु प्रदूषण लगातार गंभीर होता जा रहा है। मंगलवार सुबह राजधानी धुंध की मोटी परत में लिपटी नजर आई। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (CPCB) के आंकड़ों के अनुसार, दिल्ली का औसत वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) 303 दर्ज किया गया, जो ‘बेहद खराब’ श्रेणी में आता है। इससे लोगों के लिए सांस लेना और भी मुश्किल हो गया है।
सभी इलाकों का जानें हाल…
सीपीसीबी की रिपोर्ट बताती है कि दिल्ली के कई प्रमुख इलाकों में हवा की गुणवत्ता बेहद चिंताजनक स्तर पर पहुंच गई है।
- जहांगीरपुरी में AQI 402 दर्ज किया गया, जो ‘गंभीर’ श्रेणी में है।
- अलीपुर में वायु गुणवत्ता 419 रही, यह भी गंभीर स्तर पर है।
- आनंद विहार में 392, चांदनी चौक और आईटीओ में 347, नरेला में 388 और बुराड़ी में 390 का AQI दर्ज हुआ।
- वहीं द्वारका और गुरुग्राम का AQI 276 और आईजीआई एयरपोर्ट का 192 दर्ज किया गया, जो क्रमशः ‘खराब’ और ‘मध्यम’ श्रेणी में आता है।
NCR के शहरों में भी बिगड़ी हवा की गुणवत्ता

दिल्ली के आसपास के शहरों में भी हालात चिंताजनक हैं।
- नोएडा सेक्टर-62 में AQI 323 दर्ज किया गया।
- गाजियाबाद के वसुंधरा में 389 और इंदिरापुरम में 334 का स्तर रहा।
- गुरुग्राम सेक्टर-51 में 276 दर्ज किया गया, जो ‘खराब’ श्रेणी में आता है।
इन सभी इलाकों में हवा में प्रदूषक कणों की मात्रा बढ़ने से लोगों को आंखों में जलन और गले में खराश जैसी समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है।
सरकार की सख्ती
बढ़ते प्रदूषण स्तर को देखते हुए दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने सोमवार को एक उच्चस्तरीय समीक्षा बैठक बुलाई। बैठक में कैबिनेट मंत्री मनजिंदर सिंह सिरसा, प्रवेश वर्मा और अन्य वरिष्ठ अधिकारियों ने भाग लिया। सीएमओ द्वारा जारी बयान के अनुसार, दिल्ली के विभिन्न प्रदूषण हॉटस्पॉट्स पर नियंत्रण उपायों को तेज कर दिया गया है। धूल नियंत्रण के लिए यांत्रिक सफाई मशीनों और पानी के छिड़काव का प्रयोग किया जा रहा है।
वाहनों को जब्त करने का अधिकार
मुख्यमंत्री गुप्ता ने स्पष्ट निर्देश दिए हैं कि प्रदूषण फैलाने वाली औद्योगिक इकाइयों और वाहनों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाए। इसके लिए विशेष निगरानी टीमें गठित की जा रही हैं, जो रोजाना रिपोर्ट प्रस्तुत करेंगी। इन टीमों को अवैध औद्योगिक इकाइयों को बंद करने और प्रदूषण फैलाने वाले वाहनों को जब्त करने का अधिकार दिया गया है।
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कचरा जलाने पर सख्त रोक

सीएमओ ने बताया कि कचरा जलाने की घटनाओं को रोकने के लिए अतिरिक्त दल बनाए गए हैं। ऐसे मामलों में जुर्माना और कानूनी कार्रवाई की जाएगी। सरकार का कहना है कि प्रदूषण पर नियंत्रण के लिए सख्त निगरानी और त्वरित कार्रवाई को प्राथमिकता दी जा रही है।

