Delhi Washington Flight: टैरिफ विवाद और राजनयिक तनाव के बीच एयर इंडिया ने दिल्ली-वाशिंगटन के बीच नॉनस्टॉप उड़ान सेवा बंद करने का फैसला किया है। कंपनी ने आधिकारिक अधिसूचना जारी कर बताया कि 1 सितंबर 2025 से इस रूट पर सभी उड़ानें स्थगित कर दी जाएंगी। एयर इंडिया ने यह कदम विमानों की कमी और पाकिस्तान के हवाई क्षेत्र बंद होने की वजह से उत्पन्न चुनौतियों को लेकर उठाया है।
उड़ान सेवा बंद करने का कारण
एयर इंडिया ने बताया कि विमानों की उपलब्धता कम होने के कारण उसे अपनी सीमित संसाधनों का बेहतर प्रबंधन करना पड़ रहा है। इस वजह से कुछ अंतरराष्ट्रीय रूटों पर सेवाएं अस्थायी रूप से बंद करनी पड़ रही हैं। दिल्ली-वाशिंगटन मार्ग भी इसी सूची में शामिल है। इसके अलावा, पाकिस्तान ने अपने हवाई क्षेत्र को बंद कर रखा है, जिससे उड़ानों को लंबा मार्ग तय करना पड़ता है। इससे ईंधन की खपत बढ़ती है और उड़ान संचालन महंगा होता है। इस परिस्थिति ने एयर इंडिया की दिल्ली-वाशिंगटन सेवा को प्रभावित किया है।
टैरिफ विवाद और राजनयिक तनाव
हाल के महीनों में भारत और अमेरिका के बीच टैरिफ को लेकर कई विवाद हुए हैं, जिनके कारण दोनों देशों के बीच राजनयिक माहौल तनावपूर्ण रहा है। इस विवाद ने वायु सेवा समझौतों और उड़ान अनुमति प्रक्रिया पर भी असर डाला है। ऐसे में एयर इंडिया के लिए इस महत्वपूर्ण मार्ग पर उड़ान संचालन जारी रखना चुनौतीपूर्ण हो गया है। विशेषज्ञों का कहना है कि इस सेवा के बंद होने से दोनों देशों के व्यापार, पर्यटन और व्यक्तिगत यात्रा पर असर पड़ सकता है। दिल्ली और वाशिंगटन के बीच नॉनस्टॉप फ्लाइट का विकल्प यात्रियों के लिए सुविधाजनक माना जाता था, जो अब बंद होने से यात्रियों को अधिक समय और खर्च उठाना पड़ेगा।
एयर इंडिया की अन्य सेवाएं जारी रहेंगी
एयर इंडिया ने कहा है कि यह निर्णय अस्थायी है और वह अन्य अंतरराष्ट्रीय और घरेलू रूटों पर अपनी सेवाएं जारी रखेगी। कंपनी का दावा है कि संसाधनों की उपलब्धता के अनुसार जल्द ही स्थिति में सुधार होगा और इस रूट पर सेवा पुनः शुरू की जाएगी। वर्तमान में दिल्ली-वाशिंगटन के लिए एयर इंडिया के अलावा अन्य एयरलाइंस भी उड़ानें संचालित करती हैं, जिनके जरिए यात्री अपनी यात्रा पूरी कर सकते हैं। हालांकि, नॉनस्टॉप फ्लाइट न होने से यात्रियों को ट्रांजिट के लिए अतिरिक्त समय और खर्च का सामना करना पड़ सकता है।
विशेषज्ञों का मत
एयरलाइन उद्योग के जानकार इस फैसले को समझदारी भरा कदम मानते हैं, क्योंकि सीमित विमानों और बढ़ती लागत के बीच एयर इंडिया के लिए आर्थिक और परिचालन स्तर पर संतुलन बनाए रखना जरूरी है। उन्होंने सुझाव दिया है कि दोनों देशों को टैरिफ विवाद को सुलझाकर द्विपक्षीय हवाई सेवा को पुनः सुचारू बनाने पर ध्यान देना चाहिए, जिससे व्यापार और सांस्कृतिक संबंधों को लाभ पहुंचे। दिल्ली-वाशिंगटन के बीच एयर इंडिया की नॉनस्टॉप उड़ान सेवा बंद होना यात्रियों के लिए एक बड़ा झटका है। टैरिफ विवाद, राजनयिक तनाव, विमान संसाधनों की कमी और पाकिस्तान के हवाई क्षेत्र बंद होने जैसे कारकों ने इस निर्णय को मजबूरन लिया है। उम्मीद की जानी चाहिए कि भविष्य में परिस्थितियां सुधरें और यह सेवा फिर से शुरू हो सके। तब तक यात्रियों को वैकल्पिक उड़ानों पर निर्भर रहना होगा।
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