Delhi Weather: राजधानी दिल्ली और एनसीआर में बीते कुछ दिनों से मौसम सुहावना बना हुआ है। हल्की बारिश और ठंडी हवाओं ने लोगों को उमस और चिलचिलाती धूप से राहत दी। 17 और 18 सितंबर को कई इलाकों में बूंदाबांदी दर्ज की गई, जिससे मौसम में ताजगी घुल गई। वहीं 18 सितंबर की रात करीब 37 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से चली हवाओं ने उमस को और कम किया।
आज फिर बरस सकते हैं बादल
मौसम विभाग के अनुसार, 19 सितंबर को दिल्ली, नोएडा, गाजियाबाद, फरीदाबाद, गुड़गांव और ग्रेटर नोएडा के कुछ हिस्सों में हल्की बारिश हो सकती है। हालांकि पश्चिमी विक्षोभ, जो हाल ही में सक्रिय था, अब कमजोर पड़ता दिख रहा है। इसका असर यह होगा कि आने वाले दिनों में बारिश की संभावना कम होती जाएगी।
मानसून विदाई की उल्टी गिनती शुरू
मौसम विभाग के अनुसार दिल्ली-एनसीआर से मानसून 21 या 22 सितंबर तक विदा हो सकता है। सामान्यत: यहां मानसून 25 सितंबर के आसपास खत्म होता है, लेकिन इस बार इसके जल्दी विदा होने के संकेत मिल रहे हैं। विशेषज्ञों का कहना है कि मौसम की बदलती गतिविधियों पर लगातार नजर रखी जा रही है।
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बढ़ेगा पारा, लौटेगी उमस

भारतीय मौसम विभाग (IMD) की ताजा रिपोर्ट के अनुसार, 20 सितंबर के बाद दिल्ली में अधिकतम तापमान 36 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच सकता है। न्यूनतम तापमान भी 25 से 27 डिग्री सेल्सियस के बीच रहने का अनुमान है। यानी राहत के कुछ दिन बाद ही गर्मी और उमस दोबारा दस्तक देंगी। यही हाल नोएडा, ग्रेटर नोएडा, गाजियाबाद, फरीदाबाद और गुड़गांव का भी रहेगा।
मानसून की विदाई
विशेषज्ञों का कहना है कि मानसून की विदाई के तुरंत बाद उमस का असर तेज हो सकता है। बारिश और हवाओं से मिली ठंडक लंबे समय तक टिकने वाली नहीं है। तापमान बढ़ते ही लोग एक बार फिर चिपचिपे और असहज मौसम का सामना करेंगे। ऐसे में एसी और कूलर पर निर्भरता दोबारा बढ़ सकती है।
दिल्ली-एनसीआर का मौजूदा हाल

- दिल्ली: अधिकतम तापमान 33°C, न्यूनतम 23°C, AQI 119
- नोएडा: अधिकतम तापमान 33°C, न्यूनतम 26°C, AQI 122
- गाजियाबाद: अधिकतम तापमान 33°C, न्यूनतम 26°C, AQI 122
- गुड़गांव: अधिकतम तापमान 34°C, न्यूनतम 26°C, AQI 117
राहत के कुछ दिन ही शेष
फिलहाल दिल्ली-एनसीआर में 19 सितंबर तक हल्की बारिश और ठंडी हवाओं से राहत मिल सकती है। लेकिन 20 सितंबर के बाद जैसे-जैसे तापमान बढ़ेगा, उमस भी उसी अनुपात में लौट आएगी। मौसम विशेषज्ञों का कहना है कि यह राहत अस्थायी है और आने वाले दिनों में फिर से गर्मी और उमस का दबाव बढ़ेगा।

