Punjab Delhi Yamuna Flood Update:राजधानी दिल्ली, हरियाणा, पंजाब, हिमाचल प्रदेश और जम्मू-कश्मीर में लगातार हो रही बारिश के चलते बाढ़ जैसे हालात बन गए हैं। यमुना नदी के जलस्तर में गिरावट दर्ज की गई है, लेकिन इसका उफान अभी भी खतरे के निशान से ऊपर बना हुआ है। दूसरी ओर, पंजाब में स्थिति और ज्यादा गंभीर हो गई है, जहां अब तक 39 लोगों की मौत हो चुकी है।
यमुना में जलस्तर घटा, लेकिन अब भी है खतरा
दिल्लीवासियों के लिए राहत की खबर यह है कि यमुना नदी के जलस्तर में धीरे-धीरे गिरावट दर्ज की जा रही है। बृहस्पतिवार को दोपहर 12 बजे तक यमुना का जलस्तर 207.47 मीटर था, जो शाम तक घटकर 207.42 मीटर पर आ गया। बाढ़ नियंत्रण विभाग के अनुसार, शुक्रवार सुबह तक यह जलस्तर 207.30 मीटर तक नीचे आने का अनुमान है।हालांकि, यह अभी भी खतरे के निशान 205.33 मीटर से ऊपर बना हुआ है, जिससे दिल्ली के निचले इलाकों में बाढ़ का खतरा टला नहीं है।
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कालिंदी कुंज और अन्य इलाकों में यमुना का कहर
दिल्ली के कई हिस्सों में यमुना का पानी अब भी रिहायशी इलाकों में घुस चुका है। कालिंदी कुंज, सिग्नेचर ब्रिज, उस्मानपुर, और लोहे का पुल जैसे इलाकों में पानी भरने से लोगों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। कई जगहों पर सड़कें डूब गई हैं और दुकानें पूरी तरह बंद हैं।
एनसीआर में भी बाढ़ का खतरा
नोएडा और गाजियाबाद जैसे एनसीआर के क्षेत्रों में भी यमुना के बढ़ते जलस्तर से बाढ़ की स्थिति बनी हुई है। नोएडा के कुछ हिस्सों में जलभराव के कारण यातायात बाधित है और कई इलाकों में बिजली आपूर्ति पर असर पड़ा है।
पंजाब में बाढ़ से तबाही, अब तक 39 मौतें
पंजाब में स्थिति कहीं ज्यादा भयावह है। बारिश और बांधों से छोड़े गए पानी के कारण कई जिलों में बाढ़ ने कहर बरपा रखा है। फाजिल्का, तरनतारन, लुधियाना और जालंधर जैसे जिलों में हजारों लोग प्रभावित हैं।फाजिल्का में 27 अगस्त से रेस्क्यू ऑपरेशन चल रहा है। NDRF की टीमों ने अब तक 1500 से ज्यादा ग्रामीणों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया है। राहत शिविरों में भोजन, पानी और मेडिकल सहायता पहुंचाई जा रही है।
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फसलें बर्बाद, जनजीवन अस्त-व्यस्त
पंजाब में बाढ़ के चलते न सिर्फ लाखों लोग प्रभावित हुए हैं, बल्कि हजारों हेक्टेयर में खड़ी फसलें भी पूरी तरह तबाह हो गई हैं। खासतौर पर धान और मक्का की फसल पर सबसे ज्यादा असर पड़ा है। इससे आने वाले समय में खाद्य आपूर्ति और किसानों की आजीविका पर भी असर पड़ सकता है।
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क्या है आगे का अनुमान?
मौसम विभाग और जल आयोग के अनुसार:
दिल्ली में यमुना का जलस्तर अगले 24 घंटों में धीरे-धीरे और घटेगा।
हालांकि भारी बारिश की स्थिति में जलस्तर फिर से बढ़ सकता है।
एनसीआर और पंजाब में अगले दो दिनों तक हल्की से मध्यम बारिश का पूर्वानुमान है।

