इंडिगो पर 9000 करोड़ का जुर्माना लगाने की मांग, छत्तीसगढ़ सिविल सोसायटी ने भेजा नोटिस, रायपुर से 4 फ्लाइट्स रद्द

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रायपुर 

देश की सबसे बड़ी लो-कॉस्ट एयरलाइन इंडिगो (IndiGo Airlines) पर यात्रियों की नाराज़गी लगातार बढ़ती जा रही है। मंगलवार सुबह रायपुर से मुंबई जाने वाली इंडिगो की फ्लाइट अचानक रद्द कर दी गई, जबकि मुंबई, दिल्ली और हैदराबाद से आने वाली कुल चार उड़ानें भी कैंसिल रहीं। एयरपोर्ट पर सुबह से ही यात्रियों की भीड़ और गुस्सा दोनों दिखा।

इसी बीच छत्तीसगढ़ सिविल सोसायटी ने इंडिगो को लीगल नोटिस भेजते हुए कहा है कि एयरलाइन ने बिना सूचना हजारों यात्रियों की यात्रा योजनाओं को बिगाड़ा, जो न सिर्फ अनुचित है बल्कि DGCA Guidelines का उल्लंघन भी है। सोसायटी ने मांग रखी है कि हर पीड़ित यात्री को टिकट कीमत का 10 गुना मुआवजा दिया जाए।

छत्तीसगढ़ सिविल सोसायटी के संयोजक डॉ कुलदीप सोलंकी ने बताया कि इंडिगो एयरलाइंस ने बिना किसी पूर्व सूचना और बिना पारदर्शी कारण बताए अत्यंत मनमाने ढंग से हजारों यात्रियों की यात्रा योजनाओं को बाधित किया. यात्रियों को भारी आर्थिक नुकसान, मानसिक कष्ट और समय की हानि का सामना करना पड़ा है. प्रभावित लोगों में वरिष्ठ नागरिक, बच्चे, महिलाएं, रोगी और व्यवसायी बड़ी संख्या में शामिल है. ऐसे लोगों के लिए अचानक फ्लाइट रद्द करना किसी आपदा से कम नहीं है.

छत्तीसगढ़ सिविल सोसायटी ने अपने नोटिस में स्पष्ट कहा है इंडिगो का यह कृत्य भारतीय अनुबंध अधिनियम, 1872, उपभोक्ता संरक्षण अधिनियम, 2019, विमानन नियम और DGCA द्वारा जारी दिशा-निर्देशों का गंभीर उल्लंघन है. सोसायटी ने इसे ‘घोर अनुबंधभंग’ (Breach of Contract) और ‘सेवा में कमी’ (Deficiency in Service) का स्पष्ट मामला बताया है.

लगातार रद्द हो रही फ्लाइट्स 

दिन रद्द फ्लाइट्स (रायपुर से) रूट
सोमवार 8 फ्लाइट्स मुंबई (2), हैदराबाद (2), बेंगलुरु (1), भोपाल (1), कोलकाता (1), दिल्ली (1)।
आज (मंगलवार) 4 फ्लाइट्स सुबह 9 बजे रायपुर से मुंबई की फ्लाइट, और मुंबई, दिल्ली, हैदराबाद से आने वाली 1-1 फ्लाइट।
पिछले 4 दिन 64 फ्लाइट्स अकेले रायपुर से उड़ान भरने वाली रद्द हुई उड़ानों की संख्या।
देश भर में 3000+ पिछले 5 दिनों में देशभर में रद्द हुई इंडिगो की उड़ानें।

छत्तीसगढ़ सिविल सोसायटी का इंडिगो को लीगल नोटिस 

नोटिस में इंडिगो एयरलाइंस को आदेशित किया गया है कि वह प्रत्येक प्रभावित यात्री को उसके टिकट मूल्य का कम से कम दस गुना मुआवजा, होटल, वैकल्पिक यात्रा, चिकित्सा खर्च जैसे सभी प्रत्यक्ष नुकसान की पूर्ण प्रतिपूर्ति 5 दिनों के अंदर सुनिश्चित करे. साथ ही, कंपनी को इस बड़े पैमाने पर उड़ानें रद्द करने के वास्तविक और पारदर्शी कारणों का सार्वजनिक विवरण जारी करने को भी कहा गया है.

छत्तीसगढ़ सिविल सोसायटी ने आगे बताया है कि पीड़ित यात्रियों की ओर से इस मामले में माननीय प्रधानमंत्री, केंद्रीय गृह मंत्री और केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री को विस्तृत शिकायत भेजी जा चुकी है. इस शिकायत में DGCA द्वारा विशेष जांच, इंडिगो एयरलाइन पर 9000 करोड़ रुपए का जुर्माना लगाने और भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए कड़े नए कानून बनाने की मांग की गई है.

नोटिस में स्पष्ट चेतावनी दी गई है कि यदि एयरलाइन ने निर्धारित समय सीमा के भीतर मुआवजा और जवाबदेही सुनिश्चित नहीं की, तो सोसायटी प्रभावित यात्रियों के साथ मिलकर कानूनी कार्रवाइयां शुरू करेगी, जो इस प्रकार है.

    राष्ट्रीय उपभोक्ता विवाद निवारण आयोग (NCDRC) में सामूहिक मुकदमा
    संबंधित दीवानी न्यायालयों में अनुबंधभंग और हानि की कार्रवाई
    DGCA व अन्य प्राधिकरणों के समक्ष आपराधिक शिकायत दर्ज कराना

सोसायटी ने यह भी कहा है कि सभी कानूनी प्रक्रियाओं में आने वाले खर्च, हर्जाने और शुल्क का दायित्व पूरी तरह इंडिगो एयरलाइन पर रहेगा, क्योंकि यह संकट उसकी मनमानी और गैर-जिम्मेदाराना नीतियों का परिणाम है. छत्तीसगढ़ सिविल सोसायटी ने इंडिगो प्रबंधन से इस मामले को गंभीरता से लेते हुए तत्काल सुधारात्मक कार्रवाई करने की अपील की है. संस्था ने स्पष्ट किया है कि वह सक्षम न्यायालयों और प्राधिकरणों में सिविल और आपराधिक कार्रवाई शुरू करने के लिए बाध्य होगी.

5 दिनों में 3 हजार से ज्यादा फ्लाइटें रद्द– रायपुर सबसे ज्यादा प्रभावित

मंगलवार सुबह रायपुर से मुंबई की फ्लाइट भी कैंसिल कर दी गई। इसके अलावा, मुंबई, दिल्ली और हैदराबाद से कुल चार फ्लाइट्स कैंसिल की गई हैं। पूरे दिन और भी फ्लाइट्स कैंसिल या लेट होने की संभावना है। फ्लाइट कैंसिल होने के बाद लोग ट्रेनों और बसों का सहारा ले रहे हैं, जिससे काफी भीड़ हो गई है।

सिविल सोसाइटी की सख्त चेतावनी– 5 दिनों में मुआवजा दो

सिविल सोसाइटी के संयोजक डॉ. कुलदीप सोलंकी ने कहा कि इतनी बड़ी संख्या में उड़ानें रद्द करना यात्रियों के अधिकारों का गंभीर उल्लंघन है। नोटिस में कहा गया है कि फ्लाइट कैंसिल होने के बारे में पहले से कोई नोटिस नहीं दिया गया था। कैंसिल होने के सही कारण नहीं बताए गए। हजारों यात्रियों को फाइनेंशियल और मानसिक परेशानी हुई। यात्रा प्लान, होटल बुकिंग, वैकल्पिक यात्रा व्यवस्था और मेडिकल समस्याओं से जुड़े नुकसान मिलाकर लाखों रुपये का हुआ।

एयरलाइन और एयरपोर्ट ऑथोरिटी की चुप्पी

यात्रियों की सबसे बड़ी शिकायत यह है कि उन्हें एयरलाइन या एयरपोर्ट ऑथोरिटी की ओर से कोई संतोषजनक जवाब नहीं मिल रहा है। एयरपोर्ट डायरेक्टर के.के. लहरे ने मिडिया के संपर्क करने पर मीटिंग का हवाला देकर कॉल काट दिया और बाद में जवाब नहीं दिया। इंडिगो एयरलाइंस की ओर से भी कोई जिम्मेदार व्यक्ति बात करने को तैयार नहीं है। 6 दिसंबर को 11 फ्लाइट्स बिना सूचना रद्द होने पर एयरलाइन ने केवल 'टिकट का पैसा रिफंड कर देंगे' कहकर पल्ला झाड़ लिया।

यात्रियों का कहना है कि रिफंड मिल भी जाए तो उनके जरूरी कामों और समय की बर्बादी का मुआवजा कौन देगा? कई यात्रियों का रिफंड बार-बार दावा करने के बावजूद अभी तक वापस नहीं किया गया है, जिसके लिए इंडिगो '3 से 4 दिन में रकम ऑनलाइन ट्रांसफर हो जाएगी' का जवाब दे रही है।

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