Deoria: देवरिया के आश्रम पद्धति इंटर कॉलेज में मची अफरातफरी, फूड प्वाइज़निंग से 80 बच्चे बीमार

Akanksha Dikshit
प्रतीकात्मक इमेज

Deoria News: देवरिया जिले के बरियारपुर क्षेत्र में स्थित पंडित दीन दयाल उपाध्याय आश्रम पद्धति इंटर कॉलेज में फूड प्वाइज़निंग की घटना से हड़कंप मच गया। सोमवार की सुबह करीब 80 बच्चों की तबीयत खराब हो गई, जिसमें से 24 बच्चों को मेडिकल कॉलेज में भर्ती करवाना पड़ा। अन्य बच्चों का विद्यालय में ही उपचार चल रहा है। बीमार बच्चों से पूछताछ में पता चला कि उन्होंने रात में पूड़ी और छोला खाया था। छोला, जो दिन में बना था, उसे रात में पूड़ी के साथ परोसा गया था। बच्चों ने बताया कि छोला खाने के बाद से ही उनकी तबीयत बिगड़ने लगी। धीरे-धीरे बीमार बच्चों की संख्या बढ़ती गई और सुबह तक 80 बच्चों की हालत खराब हो गई।

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प्रशासन की तत्परता

बच्चों की तबीयत खराब होने की सूचना मिलते ही क्षेत्रीय विधायक, सीओ, और सीएमओ मौके पर पहुंचे। लगभग दो दर्जन बच्चों की गंभीर हालत को देखते हुए उन्हें एंबुलेंस से मेडिकल कॉलेज भेजा गया, जबकि अन्य बच्चों का विद्यालय में ही उपचार चल रहा था। प्रधानाचार्य सूर्यकांत राय ने जिला समाज कल्याण अधिकारी जैसवार लाल बहादुर को इस घटना की सूचना दी, जिन्होंने तुरंत सीएमओ को सूचित किया।

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स्कूल में मचा हड़कंप

राजकीय आश्रम पद्धति इंटर कॉलेज में कुल 326 छात्र नामांकित हैं, जो कक्षा 6 से 12 तक की पढ़ाई करते हैं। रविवार की रात को खाना खाने के बाद कुछ बच्चों ने उल्टी, दस्त, पेट दर्द और चक्कर आने की शिकायत की। स्कूल प्रबंधन ने उन्हें कुछ दवा देकर आराम करने की सलाह दी और सुबह डॉक्टर को दिखाने की बात कही। लेकिन सुबह होते ही पांच दर्जन से अधिक बच्चे फूड प्वाइज़निंग का शिकार हो गए। इस घटना से स्कूल में अफरातफरी मच गई।

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प्रशासन की कार्यवाही

विधायक सुरेंद्र चौरसिया, सीओ दीपक शुक्ला, और एसओ बरियारपुर डॉ. महेंद्र कुमार भी मौके पर पहुंचकर बच्चों को उपचार मुहैया कराने में जुट गए। दोपहर तक बच्चों की स्थिति में सुधार नहीं होने पर लगभग दो दर्जन बच्चों को मेडिकल कॉलेज भेजा गया। अन्य बच्चों की भी हालत गंभीर देख उन्हें भी मेडिकल कॉलेज भेजने की तैयारी की जा रही थी।

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जांच और निष्कर्ष

एसडीएम विपिन कुमार द्विवेदी और फूड इंस्पेक्टर भी दल-बल के साथ मौके पर पहुंचे। फूड इंस्पेक्टर ने कहा कि अधिकांश बच्चे फूड प्वाइज़निंग का शिकार हुए हैं, जबकि कुछ बच्चों को वायरल संक्रमण भी है। बच्चों में पेट दर्द और उल्टी की शिकायत की गई थी। मौके पर स्वास्थ्य विभाग की टीम ने पहुंचकर जांच की और सभी बच्चों की तबीयत में सुधार होने का दावा किया।

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स्कूल प्रशासन में खलबली

फूड प्वाइज़निंग की घटना के बाद विद्यालय प्रशासन में खलबली मची हुई है। बच्चों के स्वास्थ्य को लेकर माता-पिता और अभिभावकों में चिंता का माहौल है। इस घटना ने स्कूल की भोजन व्यवस्था और सुरक्षा पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। यह घटना एक गंभीर चेतावनी है कि स्कूलों में बच्चों के खाने की गुणवत्ता और सुरक्षा को लेकर कठोर उपायों की आवश्यकता है। प्रशासन और स्कूल प्रबंधन को मिलकर यह सुनिश्चित करना चाहिए कि भविष्य में ऐसी घटनाएं न हो और बच्चों की सुरक्षा सर्वोपरि हो।

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