DGCA Action: एयरलाइन संचालन में लापरवाही पर नागरिक उड्डयन महानिदेशालय (DGCA) ने एअर इंडिया पर सख्त रुख अपनाते हुए बड़ा एक्शन लिया है। बता दें कि डीजीसीए ने चालक दल की समय-सारणी और रोस्टरिंग में गंभीर खामियों के चलते एयरलाइन के तीन वरिष्ठ अधिकारियों को तत्काल प्रभाव से हटाने का आदेश दिया है। साथ ही इन अधिकारियों को अब किसी भी तरह की रोस्टरिंग से जुड़ी भूमिका नहीं सौंपी जाएगी।
10 दिनों में मांगी गई रिपोर्ट
सूत्रों के मुताबिक DGCA ने निर्देश दिया है कि इन अधिकारियों के खिलाफ बिना किसी देरी के आंतरिक अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाए। वहीं इस कार्रवाई की रिपोर्ट 10 दिनों के भीतर नियामक को सौंपी जाए। DGCA ने एअर इंडिया से यह भी अपेक्षा की है कि वह भविष्य में इस तरह की घटनाओं से बचने के लिए कड़े कदम उठाए और अपने संचालन तंत्र को बेहतर बनाए।
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क्या है पूरा मामला?
DGCA के अनुसार, यह कार्रवाई 16 और 17 मई 2025 को बेंगलुरु से लंदन जाने वाली फ्लाइट AI133 के दो ऑपरेशनों के आधार पर की गई है। इन दोनों उड़ानों ने चालक दल के लिए तय अधिकतम 10 घंटे की उड़ान समय सीमा को पार कर दिया था। यह सीधा तौर पर नियामकीय दिशानिर्देशों का उल्लंघन है।DGCA की जांच में पाया गया कि एअर इंडिया ने इन उड़ानों को मंजूरी देने से पहले उड़ान और चालक दल की ड्यूटी की समयसीमा का ठीक से आकलन नहीं किया। यह एक गंभीर लापरवाही मानी गई है, क्योंकि इससे न केवल चालक दल की सुरक्षा प्रभावित होती है, बल्कि यात्रियों की जान को भी जोखिम में डाला जा सकता है।
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जवाबदेही तय करने की प्रक्रिया शुरू
DGCA ने इस पूरे मामले में एअर इंडिया के जवाबदेह प्रबंधक (Accountable Manager) को भी कारण बताओ नोटिस (Show Cause Notice) जारी किया है। नोटिस में पूछा गया है कि सुरक्षा मानकों की अनदेखी के लिए क्यों न उनके खिलाफ नियामकीय कार्रवाई की जाए। अब एयरलाइन को इस नोटिस का जवाब तय समयसीमा के भीतर देना होगा।

