Dibrugarh rape case: असम के डिब्रूगढ़ जिले के नामरूप थाना क्षेत्र के कचारी पाथर स्थित एक चाय बागान में 8 साल की मासूम बच्ची के साथ कथित रूप से दुष्कर्म और हत्या का एक दिल दहला देने वाला मामला सामने आया है। पुलिस ने बताया कि बच्ची शनिवार को लकड़ी इकट्ठा करने बागान में गई थी, जहां आरोपी ने उसे अकेला पाकर क्रूरता से मारपीट की और बाद में गला घोंटकर उसकी हत्या कर दी। बच्ची का शव एक नाले में फेंककर घास-फूस से ढक दिया गया था।
आरोपी पहले भी कई मामलों में जेल जा चुका है
जब बच्ची देर तक घर नहीं लौटी तो परिवार वाले उसकी तलाश में निकल पड़े और बाद में पुलिस को सूचना दी। रात लगभग 8:40 बजे स्थानीय लोगों ने शव देखा और आरोपी को पकड़ लिया। आरोपी ने भागने की कोशिश की लेकिन ग्रामीणों की सतर्कता के कारण उसे पुलिस के हवाले कर दिया गया। पुलिस ने बताया कि आरोपी पहले भी कई मामलों में जेल जा चुका है। वह करीब तीन साल पहले अपनी मां की हत्या के जुर्म में 14 साल की सजा काटने के बाद रिहा हुआ था। इस बार आरोपी के खिलाफ बाल अधिकार संरक्षण अधिनियम (पॉक्सो) की धारा के तहत मामला दर्ज किया गया है।
महिलाओं की सुरक्षा को लेकर चिंता
नामरूप थाना के प्रभारी ने कहा कि आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया है और बच्ची के शव को पोस्टमार्टम के लिए मेयो अस्पताल भेजा गया है। मामले की गहनता से जांच जारी है। उन्होंने यह भी कहा कि परिवार को हर संभव सहायता दी जा रही है और दोषी को जल्द न्याय के कटघरे में लाया जाएगा। यह घटना न केवल डिब्रूगढ़, बल्कि पूरे असम में बच्चों और महिलाओं की सुरक्षा को लेकर चिंता और आक्रोश पैदा कर रही है। सामाजिक कार्यकर्ता और आम जनता इस कुकृत्य की कड़ी निंदा कर रहे हैं और मांग कर रहे हैं कि इस प्रकार की घटनाओं पर सख्त कार्रवाई की जाए ताकि भविष्य में ऐसी त्रासदियों से बचा जा सके।
कानून व्यवस्था सवाल
विशेषज्ञों का मानना है कि बच्चों की सुरक्षा के लिए जागरूकता और कड़े कानूनों के साथ-साथ उनका सही तरीके से पालन भी जरूरी है। पुलिस और प्रशासन को भी इस दिशा में और सक्रिय होकर समय रहते हर मामले को गंभीरता से लेना होगा। असम में बढ़ते अपराधों ने कानून व्यवस्था की मजबूती पर सवाल खड़े कर दिए हैं। राज्य सरकार और पुलिस प्रशासन को इस पर ध्यान देना होगा और अपराधियों को कड़ी सजा देकर समाज को सुरक्षित बनाने का प्रयास करना होगा।
Read More : Pak India Conflict: भारत ने पाक सेना प्रमुख को दिया मुंहतोड़ जवाब, परमाणु बयानबाज़ी पर जताई कड़ी आपत्ति
