Digital India: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संकल्प डिजिटल इंडिया की आज पूरी दुनिया लोहा मान रही है।देश ही नहीं दुनिया में भारत के UPI पेमेंट सर्विस का डंका बज रहा है।अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (IMF) ने भारत के UPI पेमेंट सर्विस की जमकर तारीफ की है।भारत में अब तक प्रति माह 18 अरब से अधिक लेनदेन यूपीआई के जरिए हो रहा है।
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भारत के UPI पेमेंट सुविधा को IMF ने सराहा

अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष ने भारत के UPI पेमेंट की सुविधा की जमकर तारीफ की है।आईएमएफ ने कहा कि,यूपीआई का तेजी से विकास हो रहा है।जो भारत में बाकी सभी डिजिटल भुगतान के तरीकों से आगे है।वहीं अब लोग नकद का कम इस्तेमाल कर रहे हैं।आईएमएफ ने कहा कि,यूपीआई के जरिये भारत में अब प्रति माह 18 अरब से अधिक लेनदेन हो रहा है।इसके अलावा,भारत अब किसी भी देश की तुलना में सबसे तेज भुगतान करता है और इसका श्रेय पूरी तरह से यूपीआई को जाता है।
2016 में शुरु हुई भारत में UPI सुविधा
आपको बता दें कि,यूनिफाइड पेमेंट्स इंटरफेस यानी UPI एक क्विक और रियल-टाइम पेमेंट सिस्टम है,जिसे भारत में साल 2016 में शुरू किया गया था।इसे NPCI द्वारा मोबाइल फोन के माध्यम से ऑनलाइन ट्रांजेक्शन की सुविधा के लिए विकसित किया गया था।IMF ने अपने नोट में कहा कि,यूपीआई के जरिए हर महीने 18 अरब से ज्यादा का लेनदेन प्रोसेस होता है और भारत में अन्य इलेक्ट्रॉनिक खुदरा भुगतानों में अग्रणी है।यूपीआई ने भारत में डिजिटल भुगतान के तरीके को पूरी तरह बदल दिया है।
सालाना आधार पर 32 फीसदी बढ़ा UPI से लेनदेन

गौरतलब है कि यूपीआई को बढ़ावा देने के लिए भारतीय राष्ट्रीय भुगतान निगम (एनसीपीआई) ने 2016 के अंत में भारत इंटरफेस फॉर मनी (भीम) ऐप को लॉन्च किया था।जून में यूपीआई लेनेदेन की मात्रा सालाना आधार पर 32 फीसदी बढ़ी है।पिछले साल की तुलना में लेनदेन मूल्य में 20 फीसदी की वृद्धि हुई।
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