Disha Patani Case: बॉलीवुड अभिनेत्री दिशा पाटनी के बरेली स्थित घर पर हुई फायरिंग के मामले में उत्तर प्रदेश पुलिस ने दो और आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। पकड़े गए दोनों युवक नाबालिग हैं और इनकी पहचान नकुल सिंह व विजय तोमर के रूप में हुई है। दोनों बागपत जिले के रहने वाले हैं और उन पर एक-एक लाख रुपये का इनाम घोषित किया गया था। पुलिस दोनों से पूछताछ कर रही है जिससे गैंग से जुड़े अन्य राज सामने आ सकें।
11 और 12 सितंबर को हुई थी दो बार फायरिंग

बरेली में दिशा पाटनी के घर पर दो दिन लगातार गोलीबारी हुई थी। पहली फायरिंग 11 सितंबर को सुबह 4:30 बजे नकुल और विजय ने की थी। इस पूरी घटना का CCTV फुटेज भी सामने आया था, जिसमें दोनों बाइक सवार बदमाश साफ नजर आए थे। इसके अगले दिन यानी 12 सितंबर को अरुण और रविंद्र नाम के दो अन्य बदमाशों ने फिर से फायरिंग की थी। ये दोनों आरोपी हरियाणा के रहने वाले थे।
17 सितंबर को हुआ एनकाउंटर
12 सितंबर की फायरिंग में शामिल बदमाशों अरुण और रविंद्र को पुलिस ने 17 सितंबर को एक संयुक्त ऑपरेशन में एनकाउंटर में मार गिराया। इस ऑपरेशन में यूपी एसटीएफ, हरियाणा पुलिस और दिल्ली पुलिस ने मिलकर कार्रवाई की थी। एनकाउंटर के बाद ही नकुल और विजय की तलाश तेज कर दी गई थी और अब उन्हें भी गिरफ्तार कर लिया गया है।
रामपुर में ली थी पनाह
जानकारी के मुताबिक, चारों बदमाश 11 सितंबर की फायरिंग के बाद रामपुर में छिपे थे। वहां से वे 12 सितंबर को फिर दिशा पाटनी के घर पर हमला करने पहुंचे और घटना को अंजाम देकर फरार हो गए। इन सभी को गैंगस्टर गोल्डी बराड़ और रोहित गोदारा के नेटवर्क से जोड़ा जा रहा है। गैंगस्टर रोहित गोदारा ने इन नाबालिग शूटरों को सोशल मीडिया के माध्यम से भर्ती किया था। बताया जा रहा है कि उनका ब्रेनवॉश कर उन्हें इस तरह की वारदातों के लिए तैयार किया गया।
गोदारा की धमकी से मचा हड़कंप
एनकाउंटर के बाद रोहित गोदारा ने सोशल मीडिया पर एक धमकी भरी पोस्ट डाली थी, जिसमें उसने एनकाउंटर में मारे गए दो बदमाशों को ‘शहीद’ बताया और पुलिस से उनके बदले की बात कही। उसने इस घटना को सनातन धर्म से जोड़ने की कोशिश की। पुलिस इस पोस्ट की प्रामाणिकता की जांच कर रही है।
दिशा पाटनी के पिता की आपबीती
एफआईआर में दिशा पाटनी के पिता ने बताया कि जब वे परिवार के साथ सो रहे थे, तब उनका पालतू कुत्ता भौंकने लगा। उन्होंने जब बाहर झांका, तो बाइक पर दो लोगों को देखा। जैसे ही उन्होंने टोका, हमलावरों ने उन पर फायरिंग कर दी। वह किसी तरह जमीन पर लेटकर अपनी जान बचाने में सफल रहे।
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