Karnataka Politics: कर्नाटक के उपमुख्यमंत्री और कांग्रेस के कद्दावर नेता डीके शिवकुमार ने मंगलवार को एक ऐसा बयान दिया जिसके बाद सियासी हलचल तेज हो गई है. उन्होंने स्पष्ट किया कि वह किसी भी कीमत पर पार्टी को शर्मिंदा या कमजोर नहीं करना चाहते हैं। कांग्रेस में चल रही मुख्यमंत्री पद (CM Post) की आंतरिक खींचतान और सत्ता हस्तांतरण से जुड़े मीडिया के सवालों का जवाब देते हुए, शिवकुमार ने अपने ‘ज़मीर’ या अंतःकरण की बात की। कनकपुरा में उन्होंने पत्रकारों से कहा, “मैं ज़मीर पर यकीन करता हूं। हमें अंतःकरण के मुताबिक काम करना चाहिए। मेरा इरादा कांग्रेस पार्टी को किसी भी तरह से शर्मिंदा या कमज़ोर करने का बिल्कुल नहीं है।” उनका यह बयान ऐसे समय आया है जब राज्य में नेतृत्व परिवर्तन की अटकलें ज़ोरों पर हैं।
शिवकुमार ने 2028-29 चुनावों पर फोकस करने को कहा
बताते चले कि, जब शिवकुमार से कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे के दिल्ली जाने और राहुल गांधी से सत्ता हस्तांतरण पर गुप्त बातचीत करने के संबंध में सवाल किया गया, तो उन्होंने मामले से अनभिज्ञता ज़ाहिर की। उन्होंने कहा, “मुझे इस मामले की कोई जानकारी नहीं है। यह 5-6 लोगों के बीच का गुप्त मामला है। मैं इसे खोलकर नहीं बताऊंगा।” उन्होंने वर्तमान मुख्यमंत्री सिद्धारमैया की जमकर तारीफ की। शिवकुमार ने सिद्धारमैया को एक सीनियर नेता और पार्टी की बड़ी संपत्ति बताया, जो साढ़े सात साल से सीएम रहे हैं। उन्होंने यह भी कहा कि सिद्धारमैया ने अगला बजट खुद पेश करने की बात कही है, जिस पर उन्हें खुशी है। डीके शिवकुमार ने सभी पार्टी नेताओं से आपसी मतभेद भुलाकर 2028 और 2029 के चुनावों के लक्ष्य पर ध्यान केंद्रित करने का आह्वान किया।
भावुक हुए उपमुख्यमंत्री
जब उनसे यह पूछा गया कि क्या लोग उनके अगले सीएम बनने की प्रार्थना कर रहे हैं, तो डीके शिवकुमार भावुक हो गए। उन्होंने कहा कि वह उन प्रार्थनाओं को नहीं भूल सकते, जो उनकी माताओं, युवाओं और बुजुर्गों ने उनके जेल जाने के दौरान की थीं। उन्होंने याद किया कि कैसे लोगों ने मंदिरों में पुजारियों से उनके लिए दुआएं मांगी। उन्होंने भाजपा के शासनकाल में जेल से रिहा होने पर पुलिस की धमकी के बावजूद लोगों के निडर होकर स्वागत करने का ज़िक्र किया। उन्होंने बताया कि कई समर्थकों ने उनकी रिहाई तक चप्पल तक नहीं पहनी थी। शिवकुमार ने कहा, “आज मैं डिप्टी सीएम और पार्टी अध्यक्ष हूं। मुश्किल वक्त में मिली वो दुआएं ही मुझे खुद पर यकीन दिलाती हैं, जो मेरे लिए बेहद खास हैं।”
सीएम पद की खींचतान के बीच दिल्ली पहुंचे विधायक
सीएम पद को लेकर चल रही खींचतान के बीच कुछ विधायकों के दिल्ली जाने और उन्हें मुख्यमंत्री बनाने की कोशिश करने के सवाल पर भी डीके शिवकुमार ने सतर्क जवाब दिया। उन्होंने कहा, “जो लोग मंत्री बनने की इच्छा रखते हैं, वे गए हैं। मुझे सीएम बनाने की कोशिश के बारे में कोई जानकारी नहीं है। मैंने उन्हें न तो बुलाया है और न ही भेजा है। मैं यह भी नहीं पूछूंगा कि वे क्यों गए।” यह बयान उस आंतरिक दरार की ओर संकेत करता है, जिसकी खबरें लंबे समय से आ रही हैं। रिपोर्ट्स के अनुसार, शिवकुमार के समर्थक यह दावा करते रहे हैं कि दोनों नेताओं को ढाई-ढाई साल के लिए मुख्यमंत्री बनाने का समझौता हुआ था, जिसे सिद्धारमैया हालांकि खारिज करते रहे हैं।
