Doctor Death: डॉक्टर डेथ के नाम से कुख्यात डॉ. देवेंद्र शर्मा को राजस्थान के दौसा से गिरफ्तार किया गया है जो एक आश्रम में पुजारी बनकर पुलिस से बचकर रह रहा था।डॉक्टर डेथ ने साल 1994 से 2004 के बीच 125 लोगों की गलत तरह से किडनी ट्रांसप्लांट कराया और 21 ट्रक–टैक्सी ड्राइवरों के मर्डर करके कासगंज (UP) में मगरमच्छ वाली हजारा नहर में फेंक दिया।दिल्ली, राजस्थान, हरियाणा की अदालतों ने 7 मामलों में कुख्यात डॉक्टर को उम्रकैद की सजा सुनाई थी। साल 2023 में जेल से 2 महीने की पैरोल पर बाहर आया तब से वह फरार चल रहा था।दिल्ली पुलिस को बड़ी कामयाबी मिली।
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डॉक्टर डेथ के नाम से मशहूर देवेंद्र शर्मा गिरफ्तार
देवेंद्र शर्मा (67) को डॉक्टर डेथ के नाम से जाना जाता है।वह मूल रूप से उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ का रहने वाला है उसने 1984 में बीएएमएस की डिग्री ली थी।इसके बाद उसने राजस्थान के बांदीकुई में जनता क्लिनिक नाम से आयुर्वेदिक प्रैक्टिस शुरू की लेकिन 10 सालों तक क्लिनिक से उसकी कमाई कुछ खास नहीं हुई इसलिए उसने बिजनेस में अपनी किस्मत आजमाने का फैसला किया।डॉक्टर देवेंद्र शर्मा की आपराधिक यात्रा की शुरुआत 1995 में हुई जब वह अवैध रुप से लोगों की किडनी को ट्रांसप्लांट किया करता था।
चिकित्सा की आड़ में गैरकानूनी गतिविधियों का बिछाया जाल
बीएएमएस डिग्रीधारी डॉ.देवेंद्र शर्मा ने 1984 में राजस्थान में एक आयुर्वेदिक क्लिनिक खोला था लेकिन कुछ ही वर्षों में उसने चिकित्सा की आड़ में गैरकानूनी गतिविधियों का जाल बिछा दिया।उसने पुलिस के सामने 125 से अधिक अवैध गुर्दा प्रतिरोपण करवाने की बात भी कबूल की थी इस रैकेट में कई डॉक्टर और बिचौलिए शामिल थे।1995 से 2004 के बीच देवेंद्र शर्मा ने ट्रकों को लूटने और उनके चालकों की हत्या करने के लिए भी एक गिरोह तैयार किया था गिरोह न सिर्फ ट्रकों में लदे सामान की चोरी करता था बल्कि वाहनों को कबाड़ में बेचकर मोटी रकम भी कमाता था।
दौसा स्थित एक आश्रम से हुई गिरफ्तारी
डॉक्टर देवेंद्र गुप्ता ट्रक चालकों और ड्राइवर हर हत्या के बदले सात लाख रुपये तक वसूलता था।’डॉक्टर डेथ’ के रूप में कुख्यात एक सीरियल किलर को दिल्ली पुलिस ने पिछले साल पैरोल पर भागने के बाद गिरफ्तार किया था।पुलिस ने बताया अपराधी को राजस्थान के दौसा के एक आश्रम से गिरफ्तार किया गया जहां वह झूठी पहचान के साथ पुजारी के रूप में रह रहा था