Donald Trump : अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप पहले ही दावा कर चुके हैं कि उन्हें कम से कम पांच बार नोबेल शांति पुरस्कार मिल सकता है। शायद इसी दावे को पुख्ता करने के लिए वे भारत-पाकिस्तान के बीच संघर्ष को रोकने का श्रेय लेने से पीछे हटने को तैयार नहीं हैं। हालांकि ट्रंप ने आज ‘कई युद्ध’ रोकने की बात कही। हालांकि उन्होंने खुद कहा कि इनमें से ‘संभवत: सबसे महत्वपूर्ण’ भारत-पाकिस्तान संघर्ष को रोकना है।
कांग्रेस के निशाने पर मोदी
` इसके साथ ही अमेरिकी राष्ट्रपति ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को फिर से ‘मित्र’ बताकर उनकी तारीफ की। कांग्रेस समेत विपक्षी दल फिर से भारत-पाकिस्तान युद्ध विराम में मध्यस्थता को लेकर सवाल उठा रह हैं। कांग्रेस के मुताबिक ट्रंप यह दावा 18 बार कर चुके हैं। उन्होंने प्रधानमंत्री मोदी पर भारत के हितों को कमजोर करने का भी आरोप लगाया है। इजरायल-ईरान युद्ध में युद्ध विराम की घोषणा करने के बाद ट्रंप नीदरलैंड के हेग में ‘नाटो’ की बैठक में शामिल हुए।
अमेरिकी राष्ट्रपति का दावा
वहां अमेरिकी राष्ट्रपति ने दावा किया कि उन्होंने व्यापार की शर्त पर भारत और पाकिस्तान के बीच युद्ध विराम कराया था। प्रेस कॉन्फ्रेंस में उन्होंने दुनिया भर में चल रहे युद्ध के हालात पर बात की। इसके बाद उन्होंने कहा, “शायद इनमें सबसे अहम भारत और पाकिस्तान (संघर्ष) था। मैंने इसे रोकने के लिए कई बार फोन किया। मैंने कहा, अगर आप आपस में लड़ते रहेंगे तो हम आपके साथ कोई व्यापार सौदा नहीं करेंगे।”
व्यापार सौदा चाहते हैं
यहां रुके बिना ट्रंप ने फिर दोनों पक्षों की तारीफ की। उन्होंने कहा, “मैंने पिछले हफ्ते पाकिस्तानी सेना प्रमुख से मुलाकात की। जनरल (असीम मुनीर) बहुत अच्छे इंसान हैं।” उन्होंने आगे कहा, “प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मेरे बहुत अच्छे दोस्त हैं, सज्जन व्यक्ति हैं। इसलिए मैं उनसे संवाद करने में सक्षम था। उन्होंने कहा (भारत-पाकिस्तान) व्यापार सौदा चाहते हैं। हम परमाणु युद्ध रोक रहे हैं।”
तक युद्ध विराम का श्रेय लेंगे ट्रंप
भारत-पाकिस्तान युद्ध विराम के दिन से ही डोनाल्ड ट्रंप युद्ध विराम का श्रेय ले रहे हैं। हालांकि भारत सरकार के कई प्रतिनिधि, यहां तक कि खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी द्विपक्षीय युद्ध विराम की बात कह चुके हैं। उन्होंने यह भी कहा कि कोई तीसरा पक्ष मध्यस्थता नहीं कर रहा है। मोदी ने हाल ही में ट्रंप को सीधे फोन पर भी यह स्पष्ट कर दिया। उन्होंने कहा कि इस्लामाबाद के अनुरोध पर भारत और पाकिस्तान के बीच युद्ध विराम पर भी चर्चा हुई और भारत किसी तीसरे पक्ष के अस्तित्व को स्वीकार नहीं करेगा। तब भी मोदी और केंद्र सरकार को असहजता महसूस हुई क्योंकि उन्होंने फिर से युद्ध विराम का श्रेय लिया। कुछ विशेषज्ञों का कहना है कि अमेरिकी राष्ट्रपति तब तक युद्ध विराम का श्रेय लेना बंद नहीं करेंगे जब तक उन्हें नोबेल पुरस्कार नहीं मिल जाता।
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