Dularchand Yadav Murder Case: बिहार विधानसभा चुनाव 2025 के बीच पटना के मोकामा से एक सनसनीखेज खबर आई है। जनसुराज पार्टी के कार्यकर्ता दुलारचंद यादव की हत्या ने पूरे प्रदेश में भूचाल मचा दिया है। मोकामा पुलिस ने इस मामले में जदयू प्रत्याशी अनंत सिंह, कर्मवीर, राजबीर, कंजय और छोटन सिंह समेत कुल पांच लोगों के खिलाफ नामजद FIR दर्ज की है। इसके अलावा कुछ अज्ञात व्यक्तियों के खिलाफ भी मामला दर्ज किया गया है।
ग्रामीण एसपी ने FIR की पुष्टि की
ग्रामीण एसपी विक्रम सिहाग ने बताया कि घटना के तुरंत बाद ही गुरुवार रात FIR दर्ज कर दी गई थी। मृतक दुलारचंद यादव के शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजने की तैयारी की जा रही है। एसपी ने बताया कि पुलिस मामले की गहनता से जांच कर रही है और सभी पहलुओं का बारीकी से अध्ययन किया जा रहा है।
पोते ने अनंत सिंह पर लगाया हत्या का आरोप
दुलारचंद यादव के पोते रवि रंजन ने मीडिया से बातचीत में सीधे तौर पर अनंत सिंह पर हत्या करवाने का आरोप लगाया। उन्होंने बताया कि कर्मवीर और राजवीर ने गोली चलाई। उनका कहना है कि उनके दादा ने कई दिनों से अनंत सिंह के खिलाफ बयान दिए थे, जिससे अनंत सिंह नाराज थे। रवि रंजन ने इसे “पहले से रची गई साजिश” करार दिया।
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90 के दशक में टाल क्षेत्र के आतंक के नाम से मशहूर
ताड़तर निवासी दुलारचंद यादव का 90 के दशक में मोकामा टाल क्षेत्र में एक चर्चित और विवादित नाम रहा। उनके खिलाफ हत्या और हत्या के प्रयास जैसे कई गंभीर मामले बाढ़ अनुमंडल के थानों में दर्ज थे। हाल के वर्षों में उन्होंने राजनीति में कदम रखा और जनसुराज पार्टी से जुड़े। वह पार्टी के प्रत्याशी पीयूष प्रियदर्शी के प्रचार के लिए सक्रिय रूप से काम कर रहे थे।
जनसंपर्क अभियान के दौरान टकराईं गाड़ियां
मोकामा विधानसभा क्षेत्र में दुलारचंद यादव पीयूष प्रियदर्शी के प्रचार के लिए अजगरा होते हुए खुशहालचक से मोकामा लौट रहे थे। उसी समय मोकामा के पूर्व विधायक अनंत सिंह का काफिला जनसंपर्क के लिए उसी मार्ग से जा रहा था। दोनों काफिलों की गाड़ियां आपस में टकरा गई। इसके बाद गोली चलने की घटना हुई और दुलारचंद यादव के पैर में गोली लगी। इसके तुरंत बाद कुछ लोगों ने उन्हें गाड़ी से कुचलने की भी खबरें आईं, जिससे उनकी मौके पर ही मौत हो गई।
इस घटना के बाद मोकामा और आस-पास के क्षेत्रों में चुनावी तनाव बढ़ गया है। जनसुराज पार्टी और विपक्षी दलों ने इसे चुनावी हिंसा और लोकतंत्र के लिए खतरा बताया है। पुलिस ने मामले की गहन जांच शुरू कर दी है। बिहार की राजनीति में इस हत्या के राजनीतिक और सामाजिक असर आने वाले दिनों में और स्पष्ट होंगे।
