Earthquake in Afghanistan: अफगानिस्तान में शनिवार की सुबह एक शक्तिशाली भूकंप के झटके महसूस किए गए, जिससे वहां के लोग डर और दहशत में आ गए। नेशनल सेंटर फॉर सीस्मोलॉजी (एनसीएस) के अनुसार, यह भूकंप 5.16 बजे सुबह आया और इसकी तीव्रता 4.7 रही। भूकंप का केंद्र अफगानिस्तान में 180 किलोमीटर की गहराई पर था। हालांकि, अभी तक इस भूकंप से किसी प्रकार की जान-माल की हानि की कोई खबर नहीं आई है।
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भूकंप की गहराई

सूत्रों के मुताबिक, भूकंप की गहराई 180 किलोमीटर थी, जो इसे अपेक्षाकृत गहरे स्तर का भूकंप बनाती है। अफगानिस्तान में यह भूकंप पहले से जारी खतरे का हिस्सा हो सकता है, क्योंकि यहां 13 मार्च को भी एक भूकंप आया था, जिसकी तीव्रता 4.0 थी। उस भूकंप का केंद्र 10 किलोमीटर की गहराई पर था, जिससे आफ्टरशॉक (पश्चात्क्रिया झटके) का खतरा और भी बढ़ गया था। इस प्रकार के भूकंप और झटके प्रभावित क्षेत्रों में दहशत का कारण बनते हैं, क्योंकि लोग इन झटकों से घबराए रहते हैं और अपनी सुरक्षा को लेकर चिंतित होते हैं।
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अफगानिस्तान में बढ़ते भूकंप के खतरे के संकेत

अफगानिस्तान में बार-बार आ रहे भूकंप इस बात का संकेत हैं कि यह क्षेत्र भूकंपीय गतिविधियों के प्रति अत्यधिक संवेदनशील है। विशेषज्ञों का मानना है कि इस क्षेत्र में स्थित टेक्टोनिक प्लेटों की गति और दबाव भूकंप के जोखिम को बढ़ा रहे हैं। ऐसे में सरकार और संबंधित एजेंसियों के लिए यह जरूरी है कि वे आपातकालीन योजनाओं को मजबूती से लागू करें ताकि जब भी भूकंप के झटके महसूस हों, तो लोग सुरक्षित स्थानों पर पहुँच सकें।
जनता की प्रतिक्रिया

भूकंप के झटके महसूस होते ही अफगानिस्तान के विभिन्न हिस्सों में लोग घबराकर अपने घरों से बाहर निकल आए। तड़के के समय लोग जाग नहीं होते हैं, जिससे पहले झटके अधिक परेशान करने वाले साबित होते हैं। हालांकि, अभी तक किसी प्रकार की जानमाल की हानि की कोई पुष्टि नहीं हुई है, लेकिन अधिकारियों ने राहत और बचाव कार्य को शुरू कर दिया है। विशेषज्ञों के अनुसार, इस क्षेत्र में और भूकंपीय गतिविधियाँ हो सकती हैं, जिनके चलते लोगों को अलर्ट रहना चाहिए।