Earthquake in Uttarakhand: उत्तराखंड के उत्तरकाशी जिले में शुक्रवार को एक बार फिर भूकंप के झटके महसूस किए गए। यह भूकंप सुबह 9:28 बजे आया और इसकी तीव्रता रिक्टर स्केल पर 2.7 मापी गई। यह आठ दिनों में आठवां भूकंप था, जिसने स्थानीय निवासियों में चिंता और दहशत का माहौल पैदा कर दिया है। भूकंप का केंद्र उत्तरकाशी जिले के बाड़ाहाट रेंज के नाल्ड के जंगलों में था, जो यमुनाघाटी के पास स्थित सरूताल झील के आसपास का वन क्षेत्र है।
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एक हफ्ते में आठवां भूकंप

उत्तरकाशी में लगातार आ रहे भूकंप के झटकों ने लोगों को परेशान कर दिया है। इससे पहले गुरुवार को भी 2.7 तीव्रता का भूकंप आया था। इस भूकंप का केंद्र भी लगभग उसी स्थान पर था, जहां आज सुबह का भूकंप आया। पिछले आठ दिनों में यह आठवां भूकंप था, जिससे स्थानीय लोग दहशत में हैं।इस बार के भूकंप का केंद्र जमीन से 5 किलोमीटर नीचे था, जो भूवैज्ञानिक दृष्टिकोण से सामान्य माना जाता है, लेकिन लगातार हो रहे भूकंपों की वजह से लोगों के मन में डर बना हुआ है।
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स्थानीय प्रशासन की तैयारियां

भूकंप के लगातार झटकों से प्रशासन भी सजग है। उत्तरकाशी में आपदा प्रबंधन की टीमों को अलर्ट किया गया है और भूकंप से प्रभावित क्षेत्रों में राहत कार्यों के लिए तैयारी की जा रही है। प्रशासन ने नागरिकों को भूकंप के दौरान सुरक्षा उपायों के बारे में जागरूक किया है, ताकि किसी भी आपातकालीन स्थिति में नुकसान कम किया जा सके।
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भूकंप की आवृत्ति और उसके संभावित कारण

उत्तरकाशी और आसपास के क्षेत्रों में भूकंप की आवृत्ति बढ़ने के पीछे कई भौगोलिक और भूगर्भीय कारण हो सकते हैं। यह क्षेत्र हिमालयी पर्वत श्रृंखला के पास स्थित है, जहां भूगर्भीय गतिशीलता काफी अधिक होती है। इस क्षेत्र में टेक्टोनिक प्लेट्स की हलचल के कारण भूकंप के झटके आते रहते हैं।भूकंप के कारणों का पता लगाने के लिए वैज्ञानिकों और भूगर्भज्ञों की टीमों द्वारा अध्ययन किया जा रहा है, ताकि भविष्य में इस तरह के झटकों की स्थिति में बेहतर तैयारी की जा सके।

