Eid-ul-Adha 2025: ईद-उल-अजहा के पावन मौके पर दिल्ली की प्रसिद्ध जामा मस्जिद में लोगों ने सुबह की नमाज अदा की। लोग बहुत तड़के सुबह ही मस्जिद पहुंचने लगे थे ताकि वे समय पर नमाज अदा कर सकें। करीब सुबह 6 बजे मस्जिद में सभी ने मिलकर सामूहिक नमाज अदा की, जो बहुत ही भक्ति और श्रद्धा से भरी हुई थी। इस दौरान मस्जिद का माहौल खुशी और आस्था से भरपूर था, जहां लोगों के चेहरे पर त्योहार की उमंग साफ दिख रही थी।
नायब शाही इमाम मौलाना सैयद शाबान बुखारी के अनुसार…
बकरीद की शाम जामा मस्जिद के नायब शाही इमाम मौलाना सैयद शाबान बुखारी ने कहा कि यह दिन सिर्फ कुर्बानी का नहीं, बल्कि अल्लाह के हुक्म को मानने और आज्ञा का पालन करने का है। उन्होंने लोगों से अपील की कि कुर्बानी सिर्फ तयशुदा और बंद जगहों पर ही करें। सड़कों या गलियों में कुर्बानी न करें। पड़ोसियों की भावनाओं का ख्याल रखें और जिबह (जानवर काटने) की तस्वीरें सोशल मीडिया पर शेयर न करें, क्योंकि यह इस्लाम और इंसानियत दोनों के खिलाफ है। यह एक इबादत है, इसे नफरत फैलाने का जरिया न बनाएं।
35 सालों से नदीम की दुकान…
जामा मस्जिद के आसपास की गलियों में ईद-उल-अजहा के मौके पर खास रौनक देखने को मिल रही है। सेवईं, शीरखुर्मा, मेवे और तरह-तरह की मिठाइयों की दुकानों पर खरीदारों की भीड़ लगी हुई है। स्थानीय दुकानदार नदीम, जो पिछले 35 साल से शीरखुर्मा और मेवों की दुकान चला रहे हैं, कहते हैं कि यह त्योहार केवल एक धार्मिक परंपरा नहीं है, बल्कि आपसी प्यार और भाईचारे का संदेश भी है। उन्होंने यह भी बताया कि इस बार पहले की तुलना में ज्यादा भीड़ उमड़ी है।
दिल्ली पुलिस के सख्त इंतजाम…
बकरीद के अवसर पर दिल्ली पुलिस ने सुरक्षा के सख्त इंतजाम किए हैं ताकि त्योहार शांतिपूर्वक मनाया जा सके। बीते कल से ही शहर के कई हिस्सों में चेकिंग अभियान चलाया जा रहा है, जो पूरी रात जारी रहा। आज भी पुलिस बल पूरी तरह सतर्क है। खासतौर पर भीड़भाड़ वाले इलाकों और बड़े बाजारों में अतिरिक्त सुरक्षाकर्मियों की तैनाती की गई है, ताकि कोई अप्रिय घटना न हो और लोग सुरक्षित माहौल में त्योहार मना सकें।
कुर्बानी केवल उन्हीं स्थानों पर करें जो पहले से निर्धारित और बंद हों। खुले स्थानों, सड़कों या गलियों में कुर्बानी करने से बचें। साथ ही, अपने पड़ोसियों की भावनाओं का भी सम्मान करें।

