Train Accident: एनसीएल खड़िया के कोल हैंडलिंग प्लांट (CHP) के पास बुधवार सुबह एक कोयला लदी मालगाड़ी का डीजल इंजन पटरी से उतर गया, जिससे कोयला और पावर क्षेत्र के अधिकारियों में खलबली मच गई। घटना की जानकारी मिलते ही मौके पर अधिकारी पहुंच गए और इंजन को पटरी पर लाने की कोशिश की। हालांकि, बारिश के चलते इसे पटरी पर लाने में काफी समय लगा।
घटना का विवरण
सूत्रों के अनुसार, घटना बुधवार सुबह लगभग 9 बजे न्यू CHP लोडिंग पॉइंट के पास हुई। मालगाड़ी बेहद धीमी गति से आगे बढ़ रही थी, तभी इसका इंजन डीरेल हो गया। घटना के बाद तुरंत ही पावर और कोयला क्षेत्र के अधिकारी घटनास्थल पर पहुंचे और पटरी पर लाने के प्रयास शुरू किए। दोपहर 12 बजे के करीब इंजनों को पटरी पर लाया जा सका।
एनसीएल खड़िया की न्यू और ओल्ड CHP से अनपरा थर्मल पावर प्रोजेक्ट और मेघा पावर प्रोजेक्ट (पूर्व में लैंको) को कोयला सप्लाई की जाती है। अधिकारीयों ने बताया कि नई CHP से लोडिंग प्रभावित हुई, लेकिन पुरानी CHP का वैकल्पिक उपयोग किया गया। इस वजह से कोयला ढुलाई पर कोई विशेष असर नहीं पड़ा।
अधिकारियों का बयान
एनसीएल खड़िया के अधिकारियों ने कहा कि घटना की वजहों की जांच की जाएगी। यदि किसी भी तरह की लापरवाही पाई जाती है तो जिम्मेदार अधिकारियों और कर्मचारियों के खिलाफ नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने बताया कि सुरक्षा मानकों और लोडिंग प्रक्रियाओं का सख्ती से पालन किया जाएगा ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं से बचा जा सके।
कोयला और पावर सेक्टर पर असर
विशेषज्ञों ने बताया कि घटना के बावजूद कोयला आपूर्ति अस्थायी रूप से प्रभावित हुई, लेकिन पूरी तरह रुकावट नहीं आई। पुरानी CHP का वैकल्पिक उपयोग होने के कारण थर्मल पावर प्रोजेक्ट्स में कोयला सप्लाई लगातार जारी रही।
सोनभद्र में हुई यह घटना कोयला और पावर क्षेत्र की सुरक्षा और आपूर्ति व्यवस्था पर सवाल खड़ा करती है। अधिकारियों की त्वरित प्रतिक्रिया और वैकल्पिक उपायों की वजह से गंभीर नुकसान टल गया। अब जांच के बाद ही यह साफ हो सकेगा कि घटना लापरवाही की वजह से हुई या तकनीकी कारणों से।विशेषज्ञों का कहना है कि एनसीएल को भविष्य में इस तरह की घटनाओं को रोकने के लिए सुरक्षा मानकों और ट्रेन संचालन प्रक्रियाओं की समीक्षा करनी होगी।
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