Hamirpur Steel Factory News : हमीरपुर जिले के सुमेरपुर कस्बे में स्थित रिमझिम इस्पात लिमिटेड की भट्टी में शनिवार सुबह एक बड़ा हादसा हुआ। इस घटना में फैक्ट्री में काम कर रहे 10 मजदूर झुलस गए, जिनमें से चार की स्थिति गंभीर बताई जा रही है। ये हादसा स्क्रैप गलाते समय भट्टी में विस्फोट के कारण हुआ। गंभीर रूप से झुलसने वाले दो मजदूरों को कानपुर रेफर कर दिया गया है, जबकि अन्य मजदूरों को मामूली चोटें आईं हैं।
Read more :UP News: इस जिले में मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना के तहत 339 जोड़ों का हुआ विवाह..छाई खुशी की लहर
विस्फोट के बाद फैक्ट्री में मची अफरा-तफरी

घटना सुबह करीब सात बजे की है, जब फैक्ट्री की 40 टन क्षमता वाली भट्टी में स्क्रैप गलाने का काम चल रहा था। अचानक हुए विस्फोट में भट्टी से निकली गर्म हवा और धुंआ फैक्ट्री में काम कर रहे मजदूरों के ऊपर गिरा। इस विस्फोट में चार मजदूर गंभीर रूप से झुलस गए, जबकि आसपास खड़े छह मजदूरों को मामूली चोटें आईं। विस्फोट के बाद फैक्ट्री परिसर में अफरा-तफरी मच गई और वहां काम कर रहे अन्य मजदूरों ने तुरंत घायलों को बाहर निकालने की कोशिश की।
Read more :Mahakumbh 2025: कांटे वाले बाबा के साथ बदसलूकी का वीडियो वायरल, सोशल मीडिया पर हो रहा विरोध
गंभीर रूप से झुलसे मजदूरों का इलाज जारी
घायलों को तुरंत फैक्ट्री के अस्पताल में प्राथमिक उपचार दिया गया, इसके बाद गंभीर रूप से झुलसे दो मजदूरों को कानपुर के लिए रेफर कर दिया गया। इनकी हालत नाजुक बताई जा रही है। गंभीर रूप से झुलसे मजदूरों में 45 वर्षीय रामपाल, 40 वर्षीय बिजभान, 56 वर्षीय विश्वनाथ महतो और 48 वर्षीय हीरा यादव शामिल हैं। इन सभी का इलाज फिलहाल चल रहा है, जबकि अन्य मजदूरों को मामूली चोटें आईं हैं और उन्हें उपचार के बाद घर भेज दिया गया।
Read more :Maha Kumbh 2025 में खड़ी कार में आग लगी, प्रशासन और फायर ब्रिगेड की तत्परता से टला हादसा
फैक्ट्री प्रबंधन का बयान

फैक्ट्री प्रबंधन ने इस हादसे पर बयान जारी करते हुए कहा कि चार मजदूरों को मामूली चोटें आई हैं, हालांकि फैक्ट्री में काम कर रहे कई मजदूरों के गंभीर रूप से झुलसने की जानकारी मिली है। प्रबंधन ने यह भी बताया कि सभी घायलों को इलाज के लिए उचित कदम उठाए गए हैं और मामले की जांच चल रही है।
मुआवजे और जांच की प्रक्रिया
सुमेरपुर के स्थानीय अधिकारियों ने घटना की गंभीरता को देखते हुए जांच शुरू कर दी है। जिला प्रशासन ने फैक्ट्री प्रबंधन से हादसे के कारणों के बारे में जानकारी मांगी है और भविष्य में इस तरह की घटनाओं से बचने के लिए कड़े कदम उठाने की बात कही है। अधिकारियों ने यह भी आश्वासन दिया कि हादसे में घायल हुए मजदूरों को समय पर उचित मुआवजा दिया जाएगा।