Faridabad to Ayodhya Bus Service: हरियाणा रोडवेज ने फरीदाबाद-बल्लभगढ़ से अयोध्या तक नई बस सेवा की शुरुआत की है। यह सेवा 17 अक्टूबर से चालू हो गई है, जो यात्रियों को सीधे कनेक्टिविटी प्रदान करेगी। इस बस का किराया 983 रुपये निर्धारित किया गया है। बस सेवा का रूट एनआईटी फरीदाबाद, बल्लभगढ़, पलवल, आगरा, कानपुर, लखनऊ होते हुए अयोध्या तक जाता है। खास बात यह है कि बसें केवल सरकारी ढाबों और विश्राम स्थलों पर ही रुकेंगी, निजी ढाबों पर रुकने की अनुमति नहीं होगी।
बस सेवा की शुरुआत और मार्ग
हरियाणा रोडवेज ने फरीदाबाद जिले में बेहतर कनेक्टिविटी और लोगों की सुविधा के लिए यह नई बस सेवा शुरू की है। यह बस फरीदाबाद के मंगल सेन बस अड्डे से शाम 4:15 बजे रवाना होगी। इसके बाद यह बल्लभगढ़, पलवल, आगरा, कानपुर, लखनऊ होते हुए अयोध्या पहुंचेगी। इससे पहले यात्रियों को अलग-अलग जगहों पर परिवहन के लिए कई बार बस बदलनी पड़ती थी, लेकिन अब यह सेवा सीधी यात्रा का विकल्प प्रदान करती है।
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बस का रूट और टाइमिंग

- फरीदाबाद मंगल सेन बस अड्डे से बस शाम 4:15 बजे प्रस्थान करेगी।
- बल्लभगढ़ बस अड्डे पर शाम 5 बजे रुकेगी।
- पलवल में साढ़े 5 बजे स्टॉप होगा।
- आगरा में रात 9:30 बजे बस पहुंचेगी।
- कानपुर में सुबह 3:30 बजे पहुंचना तय है।
- लखनऊ में सुबह 5 बजे बस रुकेगी।
- अंत में सुबह 8 बजे अयोध्या पहुंचेगी।
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जानें कितना देना होगा किराया?
- बल्लभगढ़ से आगरा का किराया 234 रुपये है।
- बल्लभगढ़ से इटावा के लिए 427 रुपये।
- बल्लभगढ़ से कानपुर तक किराया 650 रुपये है।
- बल्लभगढ़ से अयोध्या के लिए कुल किराया 983 रुपये तय किया गया है।
वापसी यात्रा के लिए बस अयोध्या से शाम 5 बजे निकलेगी और लखनऊ (रात 8 बजे), कानपुर (रात 9:30 बजे), आगरा (सुबह 3 बजे), बल्लभगढ़ (सुबह 8:45 बजे) पहुंचकर फरीदाबाद आएगी। वापसी किराया भी उसी प्रकार निर्धारित है, जिसमें अयोध्या से लखनऊ 225 रुपये, अयोध्या से कानपुर 346 रुपये, अयोध्या से आगरा 758 रुपये और अयोध्या से बल्लभगढ़ 983 रुपये शामिल हैं।
निजी ढाबों पर बस रुकने पर रोक
यात्रियों की सुरक्षा और सुविधा को ध्यान में रखते हुए, हरियाणा रोडवेज ने यह फैसला लिया है कि यह बसें निजी ढाबों और रेस्टोरेंट्स पर रुकेंगी नहीं। पहले शिकायतें मिली थीं कि ड्राइवर और कंडक्टर यात्रियों को जबरन निजी ढाबों पर ले जाते थे, जहां अतिरिक्त पैसे वसूले जाते थे और कभी-कभी बुरा व्यवहार भी होता था। इसलिए अब बसें केवल सरकारी ढाबों, साइड लाइन, टोल प्लाजा और विश्राम स्थलों पर ही रुकेंगी।

