Fire in Train: साबरमती एक्सप्रेस के AC कोच में लगी आग, जानें कारण…

Neha Mishra
Fire in Train
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Fire in Train: शनिवार सुबह वाराणसी कैंट रेलवे स्टेशन पर खड़ी साबरमती बीजी-वाराणसी एक्सप्रेस (गाड़ी संख्या 20963) के एक एसी कोच में अचानक आग लगने की घटना से अफरा-तफरी मच गई। घटना स्टेशन की वाशिंग लाइन के पिट नंबर 2 पर उस समय घटी जब ट्रेन का बी-4 कोच मेंटेनेंस के लिए खड़ा किया गया था। आग की सूचना मिलते ही रेल कर्मचारियों ने तत्परता दिखाते हुए स्थिति पर काबू पाया और एक बड़ी दुर्घटना टल गई।

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सुबह 8:05 बजे फायर अलार्म से मचा हड़कंप

ट्रेन सुबह 5:55 बजे वाराणसी कैंट स्टेशन पहुंची थी। नियमित प्रक्रिया के तहत पैडलॉकिंग के बाद इसे वाशिंग लाइन में मेंटेनेंस के लिए भेजा गया। करीब 8:05 बजे वाशिंग लाइन में बी-4 कोच से फायर अलार्म बजने की सूचना मिली। जब रेलकर्मी मौके पर पहुंचे, तो देखा कि कोच के भीतर से धुआं उठ रहा था और फायर डिटेक्टर सिस्टम सक्रिय हो चुका था।

कोच को हुआ नुकसान…

रेलवे कर्मचारियों ने तत्काल फायर एक्सटिंग्विशर की सहायता से आग को बुझाया। जब कोच का निरीक्षण किया गया तो पाया गया कि कोच के अंदर चादरें, तकिए, वायरिंग और गैलरी की छतें आग से क्षतिग्रस्त हो गई हैं। इसके अलावा, कोच के फायर सिस्टम की केबल भी जल चुकी थी। हालांकि, आग फैलने से पहले ही कर्मचारियों ने हालात को काबू में कर लिया।

कोच अटेंडेंट की सतर्कता से टली बड़ी दुर्घटना

मौके पर पहुंचे कोच अटेंडेंट ने बताया कि बी-4 कोच को वे कुछ देर पहले साफ-सफाई के बाद अंदर से बंद करके बी-5 कोच की ओर चले गए थे। उसी दौरान बी-3 कोच के एक अन्य अटेंडेंट ने फायर अलार्म की आवाज सुनी और तुरंत बी-4 की ओर दौड़े। उनके साथ मिलकर कर्मचारियों ने कोच का दरवाज़ा खोला और अंदर से धुआं निकलता देखा।

प्रारंभिक जांच में शॉर्ट सर्किट की पुष्टि

रेलवे प्रशासन की प्रारंभिक जांच में सामने आया है कि आग शॉर्ट सर्किट के कारण लगी। घटनास्थल पर विद्युत विभाग, कैरेज एंड वैगन टीम और रेलवे सुरक्षा बल (RPF) के जवान भी पहुंचे और तकनीकी जांच की। फिलहाल आग से किसी यात्री को कोई नुकसान नहीं हुआ क्योंकि कोच खाली था, लेकिन इस घटना ने सुरक्षा मानकों को लेकर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं।

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रेलवे प्रशासन ने दिए जांच के आदेश

घटना के बाद रेलवे प्रशासन ने संबंधित विभागों को विस्तृत जांच के निर्देश दिए हैं ताकि भविष्य में इस प्रकार की घटनाओं को रोका जा सके। रेलवे की ओर से यह भी आश्वासन दिया गया है कि फायर सिस्टम और बिजली से संबंधित उपकरणों की गहन जांच की जाएगी।

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